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भाराथ (१५)--भारत, युद्ध । भीपम (६२)-भीप्म पितामह । सारी (४७)- सब
भुडा (१७)—खराव, नीच । भाळि (५६) देखकर
भु जन ( )-भलन, स्मरण । भालीअल (४४) ललाट
भुजाडी (५)--शक्तिशाली, समर्थ । भिडि (१५)-भिडकर, युद्ध कर। | भुजाली (१९)-भुजाओ वाली । भिडियो (६३)-भिडा, टक्कर ली, भुजाली (१)-समर्थ, शक्तिशाली ।
युद्ध किया। भुजिया (८३)-भजन किया । भिरिण (७४)- कह
भुजैतौ (५) तेरे को भजे । भिणीज ( )-मरण किया जाय । | भुणीज (४०) कहा जाता है । भिणे (८)-कहो, भए ।
भुयण (१५, ४८, ४९)-भुवन, लोक भिळणो (२)-परिवृत होना। भुयणा (६१)-भुवन, लोक । भिले (३४)-श्रेप्ट, वाह वाह ।। भुवणा (१०२)-लोको भिळे (१८)-१ फिर, पुन २ मिले, | भूक (१८}-- १. भूख, २ पुकार । इकट्ठा हो।
भू गळ (६६)-फूक वाघ विशेष । मिळे (८५, ६, २०)--मिल गये, मूंडी (८९)-खराव, बुरा ।
शामिल हुए, फिर, और । भू (२२)-भू भीजै (४१)-प्रसन्न हो जाय । भूक (६१)- ध्वस, नाग । भीड (५२, ५४)-कट, कष्ट । भूचरा (८५)-भूमि पर विचरन करने । भीडिया (८०)-भीडा, कुचला ।
वाले। भीम (३४, ६२, ६७)-पादु पुत्र भीम, भूत (८५)
विदर्भ का राजा भीष्मक भूवरजी (६७-विष्णु का एक नाम
जो रक्मरिण का पिता या । सूधरा (५१)-भूवर, विष्णु । भीम रै (९६)--राजा भीष्म के जो
भूधग (३४)-श्रीकृष्ण, विष्णु भू को रुक्मरिण का पिता था।
धारण करने वाला। भीर (२१, ५५,७७, ६०)-सहायता भूप (३५)-राजा, स्वामी। मदद।
भेख (३५, ५५)-भेप, वेग । भील (५६)--एक जाति ।
भेटण (७२)-स्पर्ग करने को। भीपम (६५)-भीष्म पितामह । | भेदु (३६)-भेद, रहस्य ।