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कुहाडं (६६) कुल्हाडी। | केवी (१६)-मनु। कूत्रो (८६)-कूप ।
, केसव (१, ७४)-विष्णु, श्रीकृष्ण, कूकड़ा (५८)-कपडे की वाती, वस्त्र
केशव । __ वर्तिका । | केसवराड (१००)-केशवराज, ईश्वर । कूकूउवा ४८)-त्राहि-त्राहि, पुकार । विष्णु का एक नाम । कूखा (१०१)-कोस, कुक्षिा
| केसवा (९, १०, ३४) केशव, विष्णु कूटता (१३) मारने पर।
का एक नाम । कूटाडि से (१०)-असत्य करेगा, झूठा केहर (२६) नृसिंह ।
सिद्ध करेगा। केहिक (१००)-कुछ, करें। कूटिज (१६)-पीटे जायेंगे। 'के (४६, २०, ४१,४४, ६१)--किस, कूटिया (३६, १००)-नाश किये,
का। संहार किये, मरे। कैये (५१)-कितने। कूडा (१६)---असत्य भापी। कर (७५)-किसके। कूप (३५)-कूया।
को (२३)---कोई। कूवडी (३०)-कुब्जा नामक कस की | कोइ (४१)-कोई, निश्चित । दासी।
कोइला-गिरि (२१)—पर्वत विशेष । कूरम (३, ६)-कच्छप, सूर्यावतार, कोकि (२८)-विष्णु।
कच्छपावतार । कोट (२८)-मधु, कैटम।। के (११, १७, १८)-क्या, कई। कोटवाळ (१३)—पहरेदार, चौकीदार केई (३६, ३६, ४१, ५१, ६६, ६७, | कोड (E)-उत्साह, उमंग ।।
६६)-कितने ही, कई, कितनी। कोड (८७)-करोड़। केकाण (५२)-अश्व, घोडा।
कोडि (३१, २०, २६, ३६, ४४)केरिण (३०)-किस।
करोड, कोटि । केतो (४६)-कितना।
कोडिया (३३)-कोटी, कोड़। केथि (१६)-कहाँ ।
कोड़े (१२)—कोटि, कोड । केम (७, ४६, ६६) कैने, किस प्रकार | कोप (३२, ६५)-गुस्सा। केरडा (६६)-करील का वृक्ष ? कोपियो (५२, ५४)-कोप किया। केवल-गियान (२६) कैवल्य ज्ञान । कोपै (५३, ४२, ६०)-कोप करता है।