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अलख करिवा प्रविति नदरो पागणी,
प्रभूरी जसोदा वधायौ पालणौ । वड़ो जस खाटियो सगठ दाणव वहै,
त्रिणावत त्रोडियो कंस आघी कहै। कन्हईये कन्हईयै कस कासू कीयौ,
पूतना तणी सहि रगत मुहडी पीयो। ग्वालीया साथि चारे प्रभू गाविड़,
___ मरै दुख माहि दईतां तणे मावर्ड। वांसले वजार्ड ब्रिज माहि विसन ।
रास कीला रमै कर कीला किसन । साप नां नाथि आयो घरे छोकरा,
दही रो दारण ले नंद रा दीकरा । ते हीज कंस राऊ रा दईत सहि त्रोडीया,
छाछि रै काजि छीका घणा छोडिया । ज्ञान माता कहै गौलिया गौलिया,
वेन नव लाख रा दूध कइ ढोलिया। वाधिया जसौदा ऊखळे वलि वधरण,
तुहारै वातर्ड' म्हेइ लाचे त्रिगुण । गरव ब्रह्मा तणी इन्द्र री गालियो,
चरण लागौ पगे नद ना वालियो । हेक दिन पलव तु आगली हारियों,
मुकद मामी भली मुथुर मा मारियो । ब्रिज तणो देस तजियो नमो वीठळा,
__ मिले दुबारामती महल भुजिया भला । मह महमहण निमोगोपै सकल मारणीया,
___ रुखमणी परिणिया आठ पटराणीयां । करवा ऊपरा कोप कीधो कहर,
पांडवा तरणो वेली हुयी प्रमेसर।