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________________ शब्दकोश २५९ मल्हावइ ५ दुलार करता है मीजी १४३, १७० मज्जा मसजर २३५ वस्त्र विशेष मीटइ १६९ दृष्टि मे मसाकति ६, ७ परिश्रम,पारिश्रमिक मीटि १२, १८, १९, १३३ महिणउ २१० आक्षेप नजर दृष्टि महीयारी ६८ १५६ ग्वालिन मीढता २४ तुलना करते मा जणी १६३ मा जायी मीत १३६ मित्र बहिन मीनति ७२ वीनति माडणा २३१ चियाकन मीस मोहनि ५५ मिश्र मोहनीय माडियउ २३२ प्रारभ किया मीसा ५४ मिश्र माणतउ १९२ भोगता मुक्खलडेह १७७ मुह से मारणे १३२ भोगे सुखमल ३६, २३५ मखमल माथे १४४ ऊपर मुछाल २३८ मूछों वाला मामणा २२६ मनमने वचन मु झि २२९ मुग्ध होकर मामणे वचने १७७ बच्चो की मुरकतउ १७७ मुस्कराता मनमनाती मुरडइ २८ मुडता है वोली तुतलाती मूआ १७४ मृतक मार घाला १२८ मारवाडी मूका १६९ छोडे घाघरा मूकस्यै १४५ भेजगा माल्हती ४३ घूमती हुई २३४ रखू गा मायीत १८१ माता पिता मेलउ २२९ मिलाप मावीत १३८ माता पिता मेलवणी १६२ मिलान माहण १८६ ब्राह्मण मेलावडो १६० मिलाप माहोमाहि १८४ परस्पर मेल्हाणी १६८ छोडनी मिच्छात ५४, ५५ मिथ्यात्व मेवासी ११ चरवाहा, डाकू मिच्छत्ति ५५ मिथ्यात्व मोकला ३१ खुला पर्याप्त (गुणस्थान) मिरी १७७ मिर्च मोभय १४३ वड़ी, जयेष्टा मूकिमू
SR No.010756
Book TitleJinrajsuri Krut Kusumanjali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta
PublisherSadul Rajasthani Research Institute Bikaner
Publication Year1961
Total Pages335
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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