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पुरुष-वर्णन (१)
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कजल श्यामल केश पाश, श्रष्टमी चन्द्रोपमानु भालस्थल | कामदेव कोटण्डाकृति भूभगु, विकसित नीलोत्पल दीर्घ लोचन सजन चित्त वृत्ति तुल्य सरल नासा वंस परिपक्व चिंबाफल तुलिताधरोष्ट' कुदकलिकोपमान दत पक्ति निर्मल परिपूर्ण पूर्णिमा चंद्र मण्डलायमान वटन मडलु सख सदृश त्रिरेखाकित कठ कंदल लबमान स्कधन्यस्त करर्णपालि मासल स्कंध देशु पृथुलु वक्षस्थल नगर दुर्ग परिघा समान वतुल भुजाडु सर्वथा अलक्ष्य क्षामोटर गंभीर नाभि प्रदेश कटली स्तभोपमानु उर युगुल कूर्म पृष्टि प्रदेश लिय उन्नत चरण अशोक तरुपल्लवानुकृत इस्तपाद तलु विहुमारण नखमणि निकर छत्रीस लक्षण लक्षित शरीरु पृष्टि पालकु बहत्तर कला कुशल । लिखित पठित प्रमुख चौसठ विज्ञान विचक्षणु उदय यौवन पुरुप नीप जइ । पुरुष वर्णन (पु०)