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नवोत्तर राक्षस कुल 1 कुभकर्ण विभीषण प्रमुख बाधव लक्ष, मदोटरी प्रमुख सवालक्ष तेवरी । इद्रयम मेघनाद प्र० सवालक्ष कुमार । साली सूर्पनखा प्रमुख अढार बहिन । सातलक्ष वेटी, तेर कोडि चेटी ।
विहि बैठी कोद्रवा दल, आदित्य रसोई करइ | भैंसा रूपी घटवाजते यमुदेवतापाणी श्राह ।
विश्वकर्मा सूत्रधारउं करह, शुक्र दैत्यगुरू पोथी वाचर, कथाकहद्द | इन्दु माली रूपि फूल आइ, साड छेहिखाट तणी उडाणी तापइ | तैंतीस कोड देवता श्रलगकरइ, इठियासी सहस्र ऋषिश्वरपाणी परत्रभरइ । वेद उच्चरद्द, शिव शान्तिक करइ ।
देवगुरु बृहस्पति रिस देखाडर, मगलू क्षेत्र खेडावइ । कामदेव कडी कटारउ बाधइ, धनुषाग्नि बाग साधइ । महेश्वर पवन (१) वायर, ब्रह्मा वीण वायइ | •, पवन देवता धूलि बुहारइ ।
नारायण
नवदुर्गा आरती उतारद्द, गंगा यमुना वे चँवर ढालइ । गणपति गोकुल चारइ, कृतान्तु कोटु गखइ । सनिश्चरू रसोई राइ, जीव रति ढोलडी झाडइ । केतु भामणा भमाडइ गोरी सणगार करावइ । लाछि वस्त्र सत्तावद्द, नवग्रह खाट पाइयेवाधा । ", धनदु भंडारि भरइ ।
'करइ,
'रावण राज करइ ।
सात समुद्र माजरगड करावइ, अढार भार वनस्पति फूल पगर भदर । तक्षक केउ भडारि पहिरउ करह ।
हस्ती - वर्णन
बालान स्तंभ मोडी, निवड लोह तरणी शृंखला त्रोडी ।
पुतार पाडी, कपाट सपुटु फाडी ।
पडिहारु गानी, वरण सबधीया त्रिगडा भाजी |
वरंडा पाडत, माणंस मारतउ, राउत रसाडतउ ।, टाल टलटलावर, हाद हलहलावई ।