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वीरवाण
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उरड़ मोतियां थालभर नीसाणी ३० वीरम कुरंगां वालवै जका षटक जगमाल रे आगमणी न श्रावै
- " " दलै रीझ सामाद दी वीरम सू जुध बाज के दल बलसू जगमालदे
" " डेरा समियांणे दिया मेल दिलीसू मेलियो .. . " , चेतवियोड़ों सिंह थल नगर धणी लिष नीत सू पढ़ पाषर पनि
.. , ३२ माल कहै वै मारका
जेथ करै जगमालदे . नीसाणी, • मेल दिली सू.मेलियो तेड़े तुरका ने. वीरम तो सूवाजसी जाय कबीला जागंल जांण सिचांणे झड़फिया...., 'लीधा असल फिर लाडणू . . . पीरम बीरथ्थे · सब मोयल सथ्थे
वीरम कोडंड पकडियो 'भल तरगस मथ्थे असवार डलथ्थे क्या नीसाणी तीरदी मीरजादा कथ्थे जांण कबूतर छुट गया हुन लथो बथ्ये असरपियां पावै मिलिया वीरम मारगां
तीन सहस चढ़िया तरां .. श्रसरपियां लीयां मोकल कल्ला भारमल
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