SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 793
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ७८६ प्राकृत साहित्य का इतिहास एस० के० चटर्जी : 'द स्टडी ऑव न्यू इण्डो-आर्यन,' जरनल ऑव डिपार्टमेण्ट ऑव लेटर्स, जिल्द २९, कलकत्ता, १९३६ । सुकुमार सेन : ग्रामर ऑव मिडिल इण्डो-आर्यन, कलकत्ता, १९५१ । पं० हरगोविन्ददास सेठ : पाइयसहमहण्णव, कलकत्ता, वि० सं० १९८५ । जैन ग्रंथावलि : श्री जैन श्वेतांबर कन्फरेंस, मुम्बई, वि० सं० १९६५ । जगदीशचन्द्र जैन : लाइफ़ इन ऐशियेण्ट इण्डिया ऐज़ डिपिक्टेड इन जैन कैनन्स, बंबई, १९४७ । दो हजार बरस पुरानी कहानियाँ, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १९४६ । भारत के प्राचीन जैन तीर्थ, जैन संस्कृति संशोधन, मंडल, बनारस, १९५२ । प्राचीन भारत की कहानियां, हिन्द किताव्स लिमिटेड, बंबई, १९४६ । हीरालाल रसिकदास कापडिया : हिस्ट्री ऑव द कैनोनिकल लिटरेचर और द जैन्स बंबई, १९४१ । पाइय भाषाओ अने साहित्य, वही, १९५० । आगमो नुं दिग्दर्शन, विनयचंद गुलाबचंद, शाह, भावनगर, १९४८ । मोहनलाल दलीचंद देसाई : जैन साहित्य नो इतिहास, श्री श्वेतांबर जैन . कान्फरेंस, बम्बई, १९३३ । मौरिस विण्टरनीज़ : हिस्ट्री ऑव इंडियन लिटरेचर, जिल्द, २, कलकत्ता, १९३३ मुनि कल्याणविजय : नागरीप्रचारिणी पत्रिका, जिल्द १०-११ में 'वीर निर्वाणसंवत्' नामक लेख । मुनि पुण्यविजय : बृहत्कल्पसूत्र छठे भाग की प्रस्तावना, आत्मानंद जैन सभा भावनगर १९४२ । अंगविज्जा की प्रस्तावना, प्राकृत जैन टैक्स्ट सोयायटी १९५७ । कल्पसूत्र ( साराभाई मणिलाल नवाब, अहमदाबाद, वि. सं. २००८) की प्रस्तावना। दीघनिकाय, राइस डैविड्स, पालि टैक्स्ट सोसायटी, लंदन १८८९-१९११; राहुल सांकृत्यायन, हिन्दी अनुवाद, सारनाथ, १९३६ ।
SR No.010730
Book TitlePrakrit Sahitya Ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJagdishchandra Jain
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year1961
Total Pages864
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy