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________________ ॐ द्रव्य दाताओं की शुभ नामावली ॥ पूज्य विद्वान मुनिराज - श्री जिनचन्द्र विजयजी महाराज साहेब के सद्उपदेश से नाम ‘गाम ५००१) श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपागच्छिय मु. सरत संघ के ज्ञानखाता में से, (अमरसर) १५१) कान्तिलाल अन्ड बर्दस, सिरोही . हस्ते छोगालाल, ... (बेंगलोर) १०१) शा. मगनलाल अकेचन्दजी, - सिरोही १०१) शा. फुलचन्दजी नां धर्मपत्नि मोहनवेन सरत १०१) . पौपध मंडल, हस्ते कपूरचंदजी जेठाजी और तरवतगढ़ भूरमलजी परतापजी, मुनिराज श्री प्रसन्नचन्द्र विजयजी म० की प्रेरणा सें १०१) शा० फुसाजी वनाजी, पू. वाल मुनिराज सरत. . श्री शरदचन्द्र विजयजी म० की प्रेरणासे, ५१) शा. सुकराज सागरमलजी सरत शा. हस्तिमल थानमलजी सरत भंवरलालजी मुथा ना धर्मपत्नी वादीबेन, सरत ५१) जुहारमल चंदनमल । सरत ५१) पीरचन्द अम्बाजी सदाजी : .. सरत ५१)
SR No.010727
Book TitlePravachan Ganga yane Pravachan Sara Karnika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhuvansuri
PublisherVijaybhuvansuri Gyanmandir Ahmedabad
Publication Year
Total Pages499
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size21 MB
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