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0 प्रकाशकीय
'सामायिक सूत्र' पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत करते हुए मुझे अत्यन्त हर्ष का अनुभव हो रहा है। नवयुवक उत्साही कार्यकर्ता एवं मण्डल के सहमन्त्री श्री ज्ञानेन्द्रजी बाफना ने बड़ी लगन और परिश्रम से इनका लेखन कार्य किया. पाठों के शब्दार्थ के अतिरिक्त प्रत्येक शब्द का संक्षिप्त, सरल विवेचन किया गया है। सामायिक-संबंधी उठने वाली विभिन्न शंकाओं का भी समुचित समाधान प्रस्तुत किया है । निश्चय ही यह पुस्तक जहां एक ओर छात्र-छात्राओं के लिये रुचिकर एवं बहपयोगी सिद्ध होगी वहां दूसरी ओर धार्मिक पाठशालाओं, शिक्षण शिविरों, स्वाध्याय केन्द्रों आदि में भी समान रूप से सहायक सिद्ध होगी।
मंडल श्री ज्ञानेन्द्रजी वाफना, श्री प्रेममलजी भण्डारी, श्री चान्दमलजी कर्णावट एवं श्री सम्पतराजजी डोसी को. धन्यवाद देते हुए आभार प्रकट करता है तथा भविष्य में ऐसे सहयोग की अपेक्षा रखता है।
पुस्तक प्रकाशन हेतु हमें इन्दौर निवासी श्री भंवरलालजी साहव तथा अागरा निवासी श्रीमती मानवाई का अभूतपूर्व आर्थिक सहयोग मिला इसके लिये मैं मण्डल की ओर से उनके प्रति हार्दिक
आभार प्रकट करता हैं तथा विश्वास करता हैं कि - भविष्य में भी मण्डल की प्रवृतियों में उनका अनकरणीय सहयोग उपलब्ध होता रहेगा।
-चन्द्रराज सिंघवी