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________________ निबन्ध-सूची [ इस सूचीमै ब कटके भीतर यह मूचित किया गया है कि कौन निबन्ध कब-कहाँ प्रथमत' प्रकाशित हुआ है और जिम निबन्धका ठीक निर्माण-काल मालूम हो मका है, उसका वह समय निबन्ध-नामके अनन्तर तथा बेवटके पूर्व दिया गया है।] १ सुधारका मूलमत्र, २५ अप्रैल १९१७ (जनतिषी जुलाई १९१७) २ पापोंसे बचनेका गुरुमत्र (जैनगजट २४ जुलाई १९०७) ३ मिथ्या धारणा (जैनग० ८ अगस्त १९०७) ४ महाजनी मत्र (जैनग० ८ अगस्त १९०७) ५. उपवास (जैनग० १६ अगस्त १६०७) ६ हमारी यह दुर्दशा क्यो? (कामधेनु ३० सितम्बर १६१०) ७ जैनियोंमे दयाका अभाव (जैनहि० जून १६११) ८ जिन-पूजाधिकार-मीमासा (प्रथमावनि, अप्रैल १९१३) । जैनियोका अत्याचार (जनहि० अप्रैल-मई १९१३) १० विवाह-समुद्दश्य, २१ फरवरी १९१६ (प्रथमावृत्ति, अप्रैल १६१६) ११ नौकरोसे पूजन कराना (जनहि० नवम्बर १९१७) १२ चारुदत्त सेठका शिक्षाप्रद उदाहरण (सत्योदय अक्टूबर १९१८) ५३ वसुदेवका शिक्षाप्रद उदाहरण (सत्योदय अप्रल १९१६) १४. उपासना-तत्त्व,२५ जनवरी १९२१ (प्रथमावति,भाषाढ म ०५६६६) १५ उपासनाका ढग, २१ जनवरी १९२१ (जैनजगत १६ अगस्त १९२६) १६ देशको वर्तमान परिस्थिति और हमारा कर्तव्य,मिनम्बर१९२१, (जैनहि० भाग १५ अक १२ मन् १९२१) १७ अपमान या अत्याचार, ११मई१९२४(परवारबन्धु जलाई १९२४) १८ जातिभेद पर अमितगति, १६ दिसम्बर १९२४ (अनेकान्त १-२) २६ गोत्र-स्थिति और सगोत्र-विवाह (विवाहक्षेत्रप्रकाश, प्रथमावृनि, जलाई १९२५)
SR No.010664
Book TitleYugveer Nibandhavali Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1963
Total Pages485
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size18 MB
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