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प्रकाशकीय
विज्ञपाठको के कर कमलो मे 'मुक्ति का अमर राही जम्बूकुमार' पुस्तक समर्पित करते हुए हमे अपार प्रसन्नता है ।
आर्य जम्बूस्वामी जैन इतिहास के महत्वपूर्ण आचार्य हुए है जिनका जीवन अत्यन्त महान और पवित्र रहा है।
हमारी चिरकाल से यह अभिलाषा थी कि ऐसे महापुरुष के सम्बन्ध मे पुस्तक निकाली जाय, यद्यपि जम्बूस्वामी के सम्बन्ध मे अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं तथापि प्रस्तुत पुस्तक का अपना वैशिष्ट्य है जो पढने पर पाठको को स्वय ज्ञात होगा । हमारी प्रार्थना को स्वीकार कर युवासाहित्यकार श्री राजेन्द्र मुनिजी ने सक्षिप्त मे जम्बूस्वामी पर सुन्दर पुस्तक लिख दी अत हम उनका हार्दिक आभार मानते है ।
मुनिश्री का जन्म दि० १-१-१६५४ मे श्री पुनमचन्दजी धाप कुवरबाई डोसी के गृह मे वडू गाँव मे हुआ। पोषवदी १० मी को जन्मे राजेन्द्र मुनि जी की दीक्षा फाल्गुन सुदी १३ सोमवार दि० १५-३-६५ मे हुई। ___ श्रद्ध य गुरुदेव श्री के सान्निध्य मे रहकर आपश्री ने सस्कृत प्राकृत हिन्दी गुजराती मराठी आदि का अध्ययन किया है । तथा काव्यतीर्थ, शास्त्री, जैन सिद्धान्ताचार्य, साहित्यरत्न आदि परीक्षाएँ