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२. अ. जो हेतुओं से युक्त हैं -- ( सहेतुका )
आ. जो हेतुओं से युक्त नहीं हैं -- ( अहेतुका ) ३. अ. जिनमे हेतु संलग्न हैं -- ( हेतुसम्पयुत्ता) आ. जिनमे हेतु संलग्न नहीं हैं -- ( हेतुविप्पयुक्त्ता )
४. अ. जो स्वयं हेतु हैं और हेतुओं से युक्त भी हैं -- ( हेतू चेव सहेतुका च),
आ. जो स्वयं हेतु नहीं हैं किंतु हेतुओं से युक्त है --- ( सहेतुका चेव न च हेतु) अ. जो स्वयं हेतु है और जिनसे हेतु संलग्न भी है-- ( हेतू चेव हेतुसम्पयुक्त्ता च ) आ. जो स्वयं हेतु नहीं हैं, किन्तु जिनसे हेतु संलग्न है -- ( हेतुमम्पयुत्ता चैव न च हेतु: ६. अ. जो स्वयं हेतु नहीं हैं किन्तु जो हेतुओं मे युक्त है -- ( न हेतु सहेतुका) आ. जो न स्वयं हेतु हैं और न हेतुओं से युक्त हैं -- ( न हेतू अहेतुका ) ( संक्षिप्त मध्यवर्गीय दुक)
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७. अ. जिनके प्रत्यय हैं -- ( सप्पच्चया)
आ. जिनके प्रत्यय नही है -- ( अप्पच्चया )
८. अ. संस्कृत -- ( संखता )
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आ. असंस्कृत -- ( असंखता )
९. अ. दृश्य -- ( सनि हस्सना)
आ. अदृश्य - - (अनिद्दस्सना)
१०. अ. इन्द्रिय और विषय के संनिकर्ष से युक्त - - ( सप्पटिधा ) आ. इन्द्रिय और विपय के संनिकर्ष से वियुक्त - - ( अप्पतिघा ) ११. अ. जो रूपयुक्त है -- ( रूपिनो )
आ. जो रूप युक्त नहीं है -- ( अरूपिनो )
१२. अ. लौकिक -- ( लोकिया)
आ. अलौकिक -- ( लोकुत्तरा )
१३. अ. जो कुछ के द्वारा विज्ञेय है-- ( केनचि विय्या )
आ. जो कुछ न के द्वारा विज्ञेय नही है -- ( केनचि न विज्ञेय्या)
( ३. आम्रव-वर्ग )
१८. अ. जो चित्त-मल है-- ( आमवा)
आ. जो चित्त-मल नहीं है (नो आसवा )
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