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भुवनेश्वरीपञ्चाङ्गम् भीमोपदेशिनी नित्या भीमभाग्यप्रदायिनी । भीमसिद्धिीमऋद्धिीमभक्तिविवर्धिनी ॥ ३९ ॥ भीमस्था भीमवरदा भीमधर्मोपदेशिनी । भीष्मेश्वरी भीष्मभृतिर्भीष्मबोधप्रबोधिनी ।। ४०॥ भीष्मश्रीभॊष्मजननी भीष्मज्ञानोपदेशिनी । भीष्मस्था भीष्मतपना भीष्मेशी भीष्मतारिणी ।। ४१ ।। भीष्मलीला भीष्मशीला भीष्मरोधोनिवासिनी । . भीष्माश्रया भीष्मवरा भीष्महर्षविवद्धिनी ॥ ४२ ॥ भुवना भुवनेशानी भुवनानन्दकारिणी । भुविस्था भुविरूपा च भुविभारनिवारिणी ।। ४३ ॥ भुक्तिस्था भुक्तिदा भुक्ति कशी भुक्तिरूपिणी । भुक्तेश्वरी भुक्तिदात्री भुक्तिराकाररूपिणी ।। ४४ ॥ भुजङ्गस्था भुजङ्गेशी भुजङ्गाकाररूपिणी । भुजङ्गी भुजगावासा भुजङ्गानन्ददायिनी ॥ ४५ ॥ भूतेशी भूतजननी भूतस्था भूतरूपिणी । भूतेश्वरी भूतलीला भूतवेषकरी सदा ।। ४६ ।। भूतदात्री भूतकेशी भूतधात्री महेश्वरी । भृतरीत्या भूतपत्नी भूतलोकनिवासिनी ॥ ४७ ।। भूतसिद्धिर्भूतऋद्धिर्भूतानन्दनिवासिनी । भूतकीर्तिर्भूतलक्ष्मीभूतभाग्यविवर्द्धिनी ।। ४८ ।। भूतार्ध्या भूतरमणी भूतविद्याविनोदिनी। भूतपौत्री भूतपुत्री भूतभार्या विधीवरी ॥ ४६ ॥ भूतस्था भूतरमणी भूतेशी भूतपालिनी । भूपमाता भूपनिभा भूपैश्वयंप्रदायिनी।। ५० ॥ . भूपचेष्टा भूपनेष्टा भूपभावविवर्द्धिनी । भूपखसा भूपभूरी भूपपौत्री तथा वधूः॥५१॥ भूपकीर्ति पनीति पभाग्यविवर्द्धिनी । भूपक्रिया भूपक्रीडा भूपमन्दवासिनी ।। ५२ ॥