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मुहता नैणसीरी ख्यात
नाभ सिंधुद्वीप अयुतायु ऋतपर्ण सर्वकाम
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सुदास
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अरुमक
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मूलक
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माधाता चकवै पुरुकुत्स त्रिदस अनरण्य हर्यश्व प्रणव त्रिवंधन सत्यव्रत हरिश्चद्र रोहिताश्व हरित चप* सुदेव विजय भरुको वृक बाहक सगर महायश अजमजस अंगुमान दिलीप भागीरथ
दशरथ (प्रथम) एलविल विश्वसह खटवांग दीर्घबाहु
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रघु
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अज दशरथ (द्वितीय) श्री रामचन्द्रजी कुश अतिथि निषध नल पुडरीक खेमधुनी देवनीक
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श्रुत
I मान्धाता चक्रवर्ती। 2 विदस्यु । 3 कई प्रतियोमे स० ३० और ३१के दोनो नामोको 'सत्यव्रत हरिश्चन्द्र' एक करके लिखा है। 4 ऋतुपर्ण 5 बटवाग (षट्वाग) नामक एक राजपि । 6 दोमध्वनि ।
पानान्तर-- *(१) चंपक (२) पच । °(१) रुरुक,(२) रुरु । अतिथ ।