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________________ " मुंहता नैणसीरी ख्यात [ २५६ ४६ गांव जुदा परगना वांस गया । ६ पाटण। ३७ मुंजपुर । ६२ सूंना वरस ४० तथा ५० हुवा । पाटरी हळोदथा कोस ८। तठे घर २०० तथा २५० कोळी, वोहरा, वांणिया, ग्रासिया वसै छै। लूंणरो आगर उठे छै। रुपिया ७०००) उपजै छै । वीरमगांव लागे । झाला मकवांणां भिळे । १ मानसिंघ। २ रायसिंघ । ३ चंद्रसेन । ४ आसकरण । ४ अमरा। ५ मेघराज । गांव १५२ वीरमगांव तालकै । ४० गांव कोळी कांन्हा हेठ । अमल न दे । दांम ३६०७६२२० । ८७ तालकै भोमियां । जोर पोहतां हासल दे । ३६ मूळी, रायसल पंवार । ८६ हासलीक । चूंडो-रांणपुर, वढवांणनूं लागै । वाचणथा' कोस ३०, वीरमगांवथा कोस ३० । तठे आजमखां सखरो11 कोट करायो। २२३ वढवाण लारै जुदा किया । दाम ५५४३४८1.। . २७ चूंडा-रांगपुर। I गांव ऐसे हैं जिनका एक अलग परगना बना। 2. ६२ गांव ४०-५० वर्षोंसे उजड़े हुए हैं। 3 (पाटड़ी गांव) वीरमगांव परगनेको लगता है। 4 झाला राजपूत मकवानोंमें शामिल होते हैं। 5 इनके १५२ गांव वीरमगांव ताल्लुकेमें हैं। 6 ४० गांव कोली कान्हाके अधिकारमें हैं, जिनका राजस्व ३६०७६२२ दाम (रु० २२५४॥ २२) हैं, किन्तु . अमलदारी नहीं होने देते। 7 ८७ गांव भोमियोंके ताल्लुकेमें हैं । सख्ती पहुंचने पर राजस्व - देते हैं। 8 ३६ गांव मूली परगनेके, जिनका भोमिया-जागीरदार रायसल (रायसिंह) ...पंवार है । 9 चूंडा-राणपुर और वढवानके अंतर्गत हैं। 10 वाचणसे । II अच्छा । 12 .२२३ गांव वढवानके अंतर्गत और किये, जिनका राजस्व ५५४३४८ दाम अर्थात् रु० ३४६।।२३ हैं।
SR No.010610
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1962
Total Pages369
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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