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मुंहता नैणसीरी ख्यात
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देवीजी वळं कह्यो - "तोनूं म्हे बगसियो,' उवारियो, तूं कंवळपूजा मत कर ।" तरं इण कह्यो - " माताजी, यूं तो हूं मांनूं नहीं ।" तरै माताजी प्रापरा हाथरी सोनारी चूड़ उतार नै विजैरावरै हाथ पहराई नै सीख दी, कह्यो विजैरावनूं - "घरे जा ।" पछै घरे आयो । विजैरावरै हाथ देवीजी चूड़ी घाली तठाथी विजैराव चूड़ाळो कहायो ।
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तठा पछै वरहाहा रजपूत, कहै छै, पँवारां भिळे, तिणांरी ठाकुराई ऊंचदेरावर कनै छै, तठे हुती । नै खाडाळ मांहै विजैराव रहे, सु भाटियांरो साथ वरिहाहांरा सासता विगाड़ करें, सु इणांनूं जोर खारा लागे तरै दीठो, बीजो तो पोहचां नहीं, नै दाव करां । तरै विजैरावनूं वरिहा नाळेर मेंलियो । तरै श्रपरं नांवे तो विजैराव न झालियो, ने देवराव वरसे ५ में बेटो हुतो, तिरणरै नांवे नाळेर झालियो, नै साहो थापियों" । रावळ श्राप नान्हा बेटारे कोडर वास्त आयो । पैहले दिन वीमाह हुवो नै बीजै दिन गोठ की, नै साथ सदोरो हुवो, त चूक कर नै विजैरावनूं मांणस ७५० सूं मारियो तरै देवराजरी धाय डाही थी, ' तिण देवराजनूं प्रौ ॥ लूंणानूं सूंपियो, कह्यो- "थांरै सांढ° १ हाथबाथ छै, 11 तिका नांवजादीक छै । थे इतरो ग्रापणा धणीरो बीज उवारो, ले नीसरो" । " तरै प्रौ।। लूंणो देवराजनूं ले नीसरियों । वांसै देवराजनूं वरिहा डेरांमें घणो ही जोयो पण लाघो नहीं " । त कह्यो - " मारग में पग देखो, कोले नीसरियो न छै?” तरै उणें सांढरा पग मारगमें दीठा । तरैं कित रोहेक साथ वांस बाहर चढ़ियो । सु सांढ वाहर पड़ावण सारीखी
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I तुझको हमने बख्शिश किया । 2 बचाया । 3 निरंतर । 4 सो इनको बहुत ही बुरा लगता है । 5-तब देखा कि छल करने के अतिरिक्त इनको पहुंच ( जीत ) नहीं सकते । ( बीजो = प्रतिरिक्त, अलावा ) 16 और विवाहका दिन निश्चित किया । 7 रावल स्वयं अपने छोटे बेटेके लाड़-प्यार के लिये साथमें प्राया । 8 वहां बोखा करके विजयराजको ७५० मनुष्योंके साथ मार दिया। 9 तव देवराजकी धाय जो बड़ी समझदार थी । 10. ऊँटनी 1. II अपनी इच्छा अनुसार तेज गति से चलाई जा सकने वाली है । 12 अपने स्वामी के वीजको (वंशको ) बचानेके लिये इतना काम करो और इनको लेकरके यहांसे निकल जाओ । 13 परंतु मिला नहीं ।