________________
१६४ ]
मुंहता नैणसीरी ख्यात ५ सुंदरदास । ५ सूरदास ।
४ जैतसी पीथावत । संमत १६५६ सोझत राव सकतसिंघनूं हुई .. तद विसनदासजीरा डेरां ऊपर सकतसिंघरै साथ रातीवाहो दियो तरै .. कांम आयो ।
५ मोहणदास जैतसीरो । संमत १६८३ बांधड़ो पटै । २ जोधो जेसावत ।
३ रांमो। ३ नारण । ३ दुजण । ३ आसो। ३ भोजो। . ३ पंचाइण।
रांमो जोधावत, प्रांक ३ । राव मालदे गांव १५ सूं वालरवो पटै दियो हुतो । पूछणे माहै हुतो, पछै रा।। जैसा भैरवदासोतनूं भांगेसररा थांणा ऊपर मेलियो तरै साथै विदा कियो हुतो', तठै रामो पूरै लोहड़े पड़ियो, उपाड़ियो हुतो, पछ डेरै आयां काळ कियो । ... ४ किसनो रांमावत । ४ रांणो रांमावत । ४ ऊदो रामावत । ४ वीरमदे रामावत ।
किसनो रामावत । मोटा रोजारो चाकर थो। अांक ४ । रामो कांम आयो तरै राव वालरवो वीरमदे रामावत दियो, तरै किसनो छाड़ वीकानेर गयो । पछै मोटै राजानूं फळोधी हुई तरै मोटा राजा ..... कनै आयो । पछै मोटो राजा समावळी गयो, तरै साथै हुतो' । पर्छ । मोटा राजानूं जोधपुर हुवो तद धरती मांहै आयो । .
५ कांन किसनावत । मोटे राजा कुंडळ मांहै भाटियांसं वेढ की ... तद पूरै लोहडै पड़ियो । पछै समावळी साथै हुतो । पछै संमत १६४०
__I सम्वत् १६५६ में राव सकसिंहको सोजतका पट्टा दिया गया तव विसनदासके :: ढेरों पर सकतसिंहके साथने रात्रि-प्राक्क्रमण किया तब काम आया। 2 राव मालदेवने १५ गांवोंके साथ बालरवाका पट्टा दिया था। 3 जब वह पूछरणे गावमें था उस समय जब राव... जसा भरवदासोतको भांगेसरके त्याने पर भेजा था तब इसको भी उसके साथ भेज दिया था। .
दहां रामा पूर्ण पाहत होकर गिर गया, उठा कर ले जाया गया और डेरे पर आते ही मर गया। 5 तय किसना छोड़ कर बीकानेर चला गया। 6 फिर जब मोटा राजाको फलोधी मिली तब वह उनके पास आ गया। 7 फिर जब मोटा राजा समावलीको गये तव भी साथ था। 8 फिर जब मोटा राजाको जोधपुर मिल गया तब वह देशमें (मारवाड़में) पाया । ... " गोटे राजाने कुंडसमें भाटियों से लड़ाई की तब खूब घायल हो कर गिर गया।