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मुंहता नैणसीरी ख्यात निजीक उदैपुर दिसा निजीक कुंड छ। एकलिंगजीथी निजीक उदैपुर दिसा' कोस १ नागदहो गांव छै। नागदहा गांवरा उगवण वडो तळाव छै । पड़िया-साजा घणा देहुरा छै । नागदहाथी सीसोदिया नागदहा कहावै छै । इण गांव इणांरा वडेरा रह्या छै । तळाव उदेसागर उदैपुर सहरा कोस ३ उगवणानूँ छै, दहबारीरी घाटी निजीक । तळाव निपट वडो । कोस २० चोगिरद विसतार छै भरीजै तरै । घोचूंदै कुंभलमेररै मगराँरो पांणी आवै । तिणरी नदी वेडच आवै छ, सु तळाव मांहे आवै छै । थोड़ो बहुत पाणी वेड़चमें सदा वहतो रहै छै नै तळाव उदेसागर दोळा चोगरद मगरा छै। पांवडा २०० तथा २५० उदेसागररी पाळरो बंधेज छै । सिगळो नाळो मोरीरुखो सदा वहतो रहै छै । तळाव हे पाणी नाळारो वहै छ, तिण ऊपर रांग जगतसिंघरा कराया मोहल छै ।
घाटी राहरी हकीकत - दहवारी घाटी सहरथी कोस ३ छै। केवड़ारी नाळ सहरसूं कोस १ कूँण रूपारास' मांहे छै । सहरसूं कोस ४ डूंगरपुर वांसवाळा गुजरातरै पैंडे भाखर नाळ कोस ७ छै । केवड़ो गांव नाळारै पैले ढाळ छै । दोनां कानी भाखर छै । जावररी नाळ सहरसू कोस ४ दिखणादन। चावंडेरान पैंडै । दीवांणरै विनाण!2 चावंड मगरा छै। विखेरी मदार'3 इणां मगरां माथै छै । जावररी खांण रूपारी14 रोज १ रु० ४०० ) तथा ५००) आवै । जसद, रूपो नीसरै घोबूंदो कोस ९ आथुण । जीमणैरो” घाट गैंडो । खमणोररो घाटो सहरती कोस ३ ईशाण-ण मारवाडनूं घाटो । सायररो
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1 एलिगके पास । 2 उदयपुरकी ओर । 3 टूटे-फूटे और बिना टूटे-फूटे अनेक मंदिर हैं। 4 तव । 5 समस्त । 6 जिवर मोरी है उस रुखमें । 7 नीचे। 8 वर्णन 19 पूर्व और अग्निकोणके बीचकी दिशा। 10 मार्ग। 11 उस ओरकी ढलाईमें। 12 मंकटकालमें राणाके गुप्त रूपसे रहनेके लिये चावंडके पहाड़ हैं। 13 आधार । 14 जावरकी चाँदीकी खानसे ४०० ) व ५०० ) की आय होती है । 15 उसमेंसे चांदीके साथ जसद भी निकलता है । 16 पश्चिमकी ओर । 17 दहिनी ओर । 18 शहरसे । 19 ईशानकोण ।