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- राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषण मंदिर-हस्तलिखित ग्रंथ सूची, भाग-२, १५-काव्य-नाटक-चम्पू ] क्रमांक - ग्रन्थाङ्क ग्रन्थ नाम
कर्ता आदि ज्ञातव्य
[ १३० विशेष उल्लेखनीय
लिपि समय | पत्र संख्या |
५८ | ४४८६
घटसर्पर
१८०५
कालिदास
२ | लि.क. भवानीशङ्करात्मज
उदयशङ्कर
६०
..सटीक
५६ ५१६६
६३०६ | ५६४५
६६२८
१८वीं श. १८१६ १८वीं श. १६४१
मू. , टी. अज्ञात चौर कवि सीताराम पर्वणीकर
चौरपञ्चाशिका | जयवंशमहाकाव्य
१३३ | जयपुर के इतिहास से सम्बद्ध
काव्य
रामाश्रम
७७६३ ४४०१
६४
१८१४
५६०२
दुर्जनमुखचपेटिका द्रौपदीवस्त्रदानप्रबन्ध धर्मशाभ्युदय नलोदयकाव्य नलोदयटीका
५८७७ ४०६२ ७४५८
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,, सटीक त्रिपाठ
४८
१६वीं श. गोवर्द्धन हरिश्चन्द्र (प्रार्द्रदेव कायस्थसुत) १८२३ कालिदास
१८५७
चतुर्थाश्वासपर्यन्त मू. , टी. मनोरथ कवि १८वीं श. | विवुधचन्द्रिका टीका मू. , टी. कविशेखर केशव १८३५
| साहित्यदीपिकानाम्नी
विदुषा वपतरामेण लिपीकृतम् मू. , केशव नृसिंहाश्रम- १८५५
लिखितं भरतपुरमध्ये कृत टीका सहित
| तृतीयोच्छ्वास के अन्त में कर्ता
केशव लिखा है विक्रम
१७वीं श.. ५ कालिदासकृत मेघदूत काव्य के
| श्लोकों के अन्त्यपादपतियुक्त श्रीहर्ष
१८वीं श. २२० । अन्त्य पत्र प्राप्त श्रीहर्ष
६६से १६० | पञ्चमसर्ग के १४वें श्लोक से
नवमसर्गान्त
७०
५६४५
नेमिद्धतम् (विक्रमकाव्यम्)
नैषधीयचरित
५१६२ ७२ । ७०४२
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