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राजस्थान पुरातत्वान्वेषण मन्दिर
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
ग्रन्थनाम
कर्ता
भाषा
लिपि- पनसमय संख्या
विशेष
२६७
२१६
। ४०२ | कातंत्रविभ्रम सटीक टी० गोपाल संस्कृत | १६३४ | | २४३६ | कातंत्रविभ्रमावचूरि चारित्रसिंह , १८वीं श. सं० १६७५ में
धवलकपुर में रचित १६१५ कातत्रव्याकरणवृत्ति दुर्गसिंह
१५वीं श. ४२ तद्धितपर्यन्त १९२३ | कातंत्रव्याकरणवृत्ति
१४५०। ६७ आख्यातप्रक्रियापर्यन्त १६०६ | कातंत्रव्याकरणवृत्ति
१७वीं श. २५ कारकखण्डन श्रीमुनि
१८४० १५ कारकचक्र वररुचि
१७वीं श. ५ कारकतत्वम् शेषचक्रपाणि
| १७६२ / ११
पंडित ४३६ कारकपरीक्षा पशुपति
२७वीं श. ३५७६ । कारकपरीक्षा पशुपति
| " १८वीं श./
महोपाध्याय १६८६ | कारकलक्षण
अमर " १७वीं श. १६२ कारकवाद
जयराम , १६वीं श ४५८ कारकविभक्ति
सं०राज०१६वीं श. ७
गुर्जर | २४८६ कारकविवरण
सस्कृत १६वीं श, ४ १६६३ | क्रियारत्नसमुच्चय गुणरत्न
"१७वीं श६० किश्चिदपूर्ण ३३ | २६५३ गणदर्पण (फोटोकापी) कुमारपाल- , १५वीं श ३६प्लेट पत्र १,२ अप्राप्त,सं० कारित
१३८३ में देवगिरि में लिखित प्रतिकी
प्रतिलिपि। ३४ ४५६ / गवाक्शब्दरूपाणि
" १८५७ २
मुजनगर मे लिखित ३५ / २६६७ | गीर्वाणपदमंजरी व रद भट्ट !, १७३६ १०
आगरा महादुर्ग में
लिखित । | जल्पमजरी
१८वीं श. १०२४३६ तद्धितपटल सावरि । मू० वंगदास |
त्रिपाठ २४२३ तद्धितार्थपद्यानि
१६वीं श ३ ३१०२ तिटन्तप्रक्रिया
१६वीं श. (सारस्वत ?) १६५५ । दशलकारसारमंजरी सिद्धान्तवागीश
१६वींश ३१४२ द्विकमैकविचार
३२
१६वीं श
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