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— सुभाषित-प्रकीर्णादि ...
[१५४
क्रमांक प्रन्या
लिपि- पत्र
ग्रन्थनाम
कर्ता
विशेष
समय ।
मंख्या
११४ | ३६७१ / प्रज्ञाप्रकाशपब्रिशिका | रूपसिंह ११५ ०३६८ प्रहेलिका
| सं० १६वीं श. | रा० " |४६-५०
| २८६३ प्रहेलिका
हीरकलश
रा०गू० १७वीं श ४ था । रा. १६वीं श. ३२-३
प्रहेलिका आदि सुभाषित प्रास्ताविक प्रास्ताविक
सं०
१८वीं ४० | प्रथम पत्र नहीं है।
श २८ वां
44...
प्रास्ताविक
३५ वां
प्रास्ताविक
४४-४८
११२२ / प्रास्ताविक
|७२-७३/
(५४)
२०२४ २३०३ २८६३
प्रास्ताविक प्रास्ताविक प्रास्ताविक प्रास्ताविक
मगनीराम
सं०१८वीं श.
२०वीं श. रागू० १७वीं श १६२ वा
भ9M
२८६३
प्रास्ताविक
१६३ वां
प्रास्ताविक
२८६३ (११४) २८६३
१६६१७०
प्रास्ताविक
| ३५६७ / प्रास्ताविक
(१९) १३१ ३६७३ प्रास्ताविक | ११२२ | प्रास्ताविक कवित्त
(३८) १३३ १८४३ प्रास्ताविक १३४ | २३०५ प्रास्ताविक कवित्त
१८वीं श १३६
१३७ १८वीं श. ६ १६वीं श. ३६-४४,
५३२
७०
"
२०वीं श