SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 86
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान-विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची] कर्ता लिपिसमय पत्रसंख्या विशेष विवरण ग्रादि क्रमाङ्क ग्रन्थनाम ७० | गुटका १८७८ ५८६ दादूवाणी दाद छोटा गुटका लाल छोट बादामको यूंटीका; ४ अंगुल चौड़ा और पाठ अंगुल लम्बा है। . लि. क.-चीनतीदारा जमात-नागा, तैनात - चौकी वालायात गढ रणतभंवर। अनगढ़ अक्षरों में लिखी हुई, जिसमें नित्यक्रिया प्रानिका वर्णन है। पूर्वका पाना नहीं है। सांती११४७॥ अंगल । फटा हुधा छोटासा तुटका अपरा। मांची६४४|| अंगुल । अंगरी कागजका गत्ता। ७१ | कवीरपंथीप्रक्रिया (अपूर्ण) २०वीं २० ७२ | गोतामाहात्म्य . ११-१८ रामचरण १६५१ ६८ ७३ / गटका(१) रामचरणजीके पद व भजन १२३ पद (२) सूरतरामजीके पद (३) मोरांका पद १ गुटका सफेद लटका; सांतो ६x६ गुल है, गोतमदासजीता दिया गया। सूरतराम : मीरा ७च्या "साधारो संग नियाले राग, भागोजी गोरत गोजी राज"। रामचरण ७६-८२ ८२-८६ (४) पण्डितसंवादग्रन्य २६ पद्य (५) नागानन्य ३७ छन्द । (६) साधुलक्षणवर्णनम् (लच्छि अलच्छिनोग) ३३ छन्द (७) लेलीनजीका पद व रेणता लेलीन ८६६३३ पाटको पोल पर एक मोठा है जो संभवतः नकोदर है। यह मूल प्रतिके शादका लिया या प्रतीत होता है। ....
SR No.010606
Book TitleVidyabhushan Granth Sangraha Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura, Lakshminarayan Goswami
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1961
Total Pages225
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy