SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 42
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २८ वांकीदासरी ख्यात [ २८९-३०१ मालक हुतो राठोड भगवानदास वाघोत १, राठोड गोकळदास विसनदासोत २, जैतारणियो दयालदास कल्याणदासोत ३ वगेरे । २९० हाडा इण ठोड घणा काम आया नै सवत १६८४ रा असाढ वद ८ फतेपुर कनै सीसराळी गढी हुती । २९१ श्री महाराजाधिराजजी श्रीगजसिघजी महाराज कवर श्री जसवंतसिंघजी वचनातु आसोप कोटा पत राठोड गजसिंघजी दीसे सुप्रसाद वांचजो अठारा समाचार भला छै थारा 1 २९२. महाराजरी गुणपचास वरसरी ऊमर हुई, चौईस वरस राज कियो । राणियां २९३ सवत १६६३ कछवाहा राजा जगरूपरी बेटी कलियाणदेजी टोडै जाय परणिया महाराजकवार गजसिंघजी पैलो व्याव । २९४ टोडै पधार परणिया कलियाणदेजी नाम | २९५. सवत १६६३ असोपालवैरो विहु महाराज सूरसिंघजी भाटी गोइददास मानावतनू दिया. इणहीज वरस तोडै कछवाहा राजा जगनाथरै राजा गजसिंघजी परणिया सीतळारी पीडा घणी हुई. गोइददास मानावतरो बेटो मोहणदास कवरजी माथै उवाराणो कवरजी वचिया, मोहणदास मुवो । · २९६ महाराजकवर गजसिंघजी तोडै कछवाहारं परणियो उठे सीतळा निसरी सू सीळ सावण आपडिया जद गोइददास मानावतरो बेटो मोवणदास कुंवरजी माथै तोडै उवाराणो कवरजीरें सीतळा आछी तरैसू तूठी. मोवणदास मुवो । २९७ कछवाहा राजा मानसिंघ भावसिंघ मानसिंघोत वेटी सूरजदे महाराज गजसिंघजी आवेर जाय परणिया जिका आगरे महाराज साथै बळी | २९८ संवत १६६९ माह वद ५ कवर गजसिंघजी जेसळमेर परणीजण पधारिया . भाटी गोइददास साथै हुवो । २९९ चहुत्राण अमरतदे सिखरा महकरणोतरी बेटी सवत १६६४ गाव खेजडली पवार परणिया महाराजा गजसिंघजी । ३०० चहुवाण सिखरा महकरणोतरी वेटी अमरतदे सवत १६६४ गाव खेजडली पवार परणिया महाराज गजसिंघजी । ३०१ चहुवाण सिखरो मह्करणोत महाराज गजसिंघजीरो सुसरो ।
SR No.010598
Book TitleBankidasri Khyat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarottamdas Swami
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages233
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy