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________________ १०६ वांकीदासरी ख्यात [११८५-१९९९ ११८५ सूरजमलरा कवरारी मामलरी विगत वाघ १, संसारचद २, सहसमल ३, रणमल ४, कलो ५, पाचू ६, बीकानेर लूणकरण वीकावतरा दोहिता। ११८६, रावत सूरजमल खेमावतरै वेटा - वाघ १, किसन २, वीको ३, रावत वाघरै तेजो. तेजारै मानो रावत वरस दोय राज कियो पछै सैद उमरावसू लडाई हुई मानो रावत काम आयो. इणरै वेटी अक ही जिका सिरोही राव अखै राजनू परणायी मानारो टीको भाई सीयानै आयो रावत सीयारो जसवंत । ११८७. रावत वाघरा कवरारा मामलरी विगत - रायसिंघ वागडियो चहुवाण वीरसलदे वरसिंघोतरो दोहितो। ११८८ रावत रायसिंघ रा कवरारा मामलरी विगत-वीको वेगम हाडा जीतमल देवावतरो दोहितो। ११८९ रावत वीकारा कवरारी मामालरी विगत-तेजमाल छपनिया राठोड़ जैमले जैचदोतरो दोहितो। ११९०. किसनसिंघ मेडतै रायमल दूदावतरो दोहितो। ११९१. रावत जसवतसिंघनूं स०१६९० राणे जगतसिंघ चूक कराय मरायो। ११९२ राठोड रामसिंघ करमसेणोत बीजो ही साथ विदा कियो हो रावत जसवतसिंघरै साथ वडो वेटो महासिंघ काम आयो। ' ११९३. रावत जसवतसिंघ राठोड़ सुजाणसिंघ भगवानदासोतरै हाथ रह्यो। ११९४. संवत १६९० मे राण जगतसिंघ देवळियारा रावत जसवतसिंघन चक कराय मरायो जद मुदै चूकमे राठोड रामसिंघ करमसेणोत और ही उमराव राणाजीरा साथै हुता रावत जसवतसिंघ राठोड सुजाणसिंघ भगवानदासोतरै हाथ रह्यो। ११९५. सवत १६९० मे राणे जगतसिंघजी देवळियारो धणी रावत जसवंतसिंघ जिणनू चूक कराय मरायो राठोड रामसिंघ करमसिंघोत मुडासै राणारो भाणेज उमराव दूजा ही राणाजीरै साथै हुता रावत जसवंतसिंघ राठोड़ सुजाणसिंघ भगवानदासोतरै हाथ रह्यो। ११९६. रावत जसवतसिंघरो पाटवी कुवर महासिंघ रावत साथै काम आयो । ११९७. जसवतसिंघरो वेटो हरसिंघ जसवंतसिंघरै पाट वैठो। ११९८. जसवंतसिंघरी गादी रावत केसरसिंघ । ११९९. देवळियारा दीवाण सावंतसिंघजीरो कुवर दीपसिंघजी पहलां भिणाय परणियो हुतो पछै फतैगढ परणियो।
SR No.010598
Book TitleBankidasri Khyat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarottamdas Swami
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages233
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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