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सुत्तागमे - [भगवई जवसिए नो चेव णं जीवाणं कम्मोवचए साइए अप० । से केण ?, गोयमा ! इरियावहियाबंधयस्स कम्मोवचए साइए सप० भवसिद्धियस्स कम्मोवचए अणाइए सपज्जवसिए अभवसिद्धियस्स कम्मोवचए अणाइए अपज्जवसिए, से तेणटेणं गोयमा ! एवं बुच्चइ अत्थे० जीवाणं कम्मोवचए साइए नो चेव णं जीवाणं कम्मोवचए साइए अपजवसिए, वत्थे णं भंते! किं साइए सपजवसिए चउभंगो, गोयमा! वत्थे साइए सपजवसिए अवसेसा तिन्निवि पडिसेहेयन्वा । जहा णं भंते ! वित्थे साइए सपजवसिए नो साइए अपज० नो अणाइए सप० नो अणाइए अपज्जवसिए तहाणं जीवाणं किं साइया सपज्जवसिया? चउभंगो पुच्छा, गोयमा ! अत्थेगइया साइया सपज्जवसिया चत्तारिवि भाणियव्वा । से केणठेणं० ?, गोयमा! नेरइया तिरिक्खजोणिया मणुस्सा देवा गइरागइं पडुच्च साइया सप. जवसिया सिद्धि (द्धा) गई पडुच्च साइया अपज्जवसिया, भवसिद्धिया लद्धिं पडुच्च अणाइया सपज्जवसिया अभवसिद्धिया संसारं पडुच अणाइया अपज्जवसिया, से तेगटेणं० ॥ २३४ ॥ कइ णं भंते ! कम्मप्पगडीओ पण्णत्ताओ?, गोयमा ! अट्ठ कम्मप्पगडीओ प०, तंजहा-णाणावरणिजं दरिसणावरणिज्जं जाव अंतराइयं । नाणावरणिजस्स णं भंते! कम्मस्स केवइयं कालं वंधठिई प.०?, गोयमा ! जह० अंतोमुहत्तं उक्लो. तीसं सांगरोवमकोडाकोडीओ तिन्नि य वाससहस्साई अवाहा अवाहणिया कम्मट्टिई कम्मनिसेओ, एवं दरिसणावरणिजंपि, वेदणिज्ज जह० दी समया उक्लो० जहा नाणावरणिज, मोहणिज जह० अंतोमुहुत्तं उक्नो० सत्तरि सागरोवमकोडाकोडीओ, सत्त य वाससहस्साणि अबाहा, अवाहूणिया कम्मठिई कम्मानसेगो, आउगं जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं उदो० तेत्तीसं सांगरोवमाणि पुवकोडितिभागमभहियाणि, (पुवकोडितिभागो अवाहा, अबाहूणिया) कम्मढ़िई कम्मनिसेओ, नामगोयाणं जह० अट्ठ मुहुत्ता उक्नो० वीसं सागरोवमकोडाकोडीओ दोणि य वाससहस्साणि अवाहा, अवाहूणिया कम्मेट्टिई कम्मनिसेओ, अंतराइयं जहा नाणावरणिज्ज ॥ २३५ ॥ नाणावरणिज्ज णं भंते ! कम्मं किं इत्थी बंधइ पुरिसो बंधइ नपुंसओ बंधइ ? णोइत्थी नोपुरिसो नोनपुंसओ वंधइ ? गोयमा! इत्थीवि बंधइ पुरिसोवि बंधइ नपुंसओवि बंधइ नोइत्थी नोपुरिसो नोनपुंसओ सिय बंधइ सिय नो बंधड एवं आउगवजाओ सत्त कम्मप्पगडीओ ॥ आउगं णं भंते ! कम्मं किं इत्थी बंधइ पुरिसो बंधइ नपुंसओ वंधइ० ? पुच्छा, गोयमा! इत्थी सिय बंधइ सिय नो बंधइ, एवं तिन्निवि भाणियव्वा, नोइत्थी नोपुरिसो नोनपुंसओ न वंधइ॥ णाणावरणिज्नं गं भंते ! कम्मं किं संजए वंधइ असंजए० एवं संजयासंजए बंधई