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आकारान्त स्त्रीलिंग
कहा प०-कहा
| कहाओ, कहाउ, कहा वीया-कहं त०-कहाय, कहाइ, कहा(ते)
ए कहाहि, कहाहिं, कहाहिं च०७०-, " "
कहाण, कहाणं पं०-कहाय, कहाइ, कहाए, कहत्तो, कहत्तो, कहाओ-उ-हिंतो-सुंतो
कहाओ-उ-हिंतो स०-कहाय, कहाइ, कहाए । कहासु-सुं सं०-कहे, कहा
(प्रथमाके अनुसार) इकारान्त स्त्रीलिंग
मई
सम२
ज०-मई
| मईओ, मईउ, मई वी०-मई
" , " त०-मईय, मईइ, मईए
मईहि-हिं-हि च०छ०-, ,,
मईण, मईणं' पं०-, , , मइत्तो, मईओ-उ-हिंतो मइत्तो, मईओ-उ-हिंतो-सुतो 'स०-मईय, मईइ, सईए | मईसु, मईसुं सं०-सइ, मई
(प्रथमाके अनुसार) दीर्घ ईकारान्त ह्रस्व उकारान्त और दीर्घ ऊकारान्तके रूप भी 'मई के समान जानें।
ऋकारान्त स्त्रीलिंग 'मातृ' शब्दके स्थानमे 'माया' और 'मायरा' प्रयुक्त होते हैं, इसके सब रूप 'कहा' के समान हैं । केवल संबोधन प्रथमाकी तरह ही होता है।
सर्वनाम अकारान्त पुल्लिंग सर्वनामके रूप 'वद्धमाण' शब्दकी तरह जानें, विशेषता निम्नलिखित है।