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सुत्तागमे
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२९३ सुप्पइन्ना सुप्पबुद्धा जसोहरा; लच्छिवई सेसवई चित्तगुत्ता वसुंधरा ॥ ८२९ ।। जंबूमंदरपञ्चत्यिमेणं रुयगवरे पव्वए अठ्ठ कूडा प० तं० सोस्थिए य अमोहे य हिमवं मंदरे तहा, अगे रुयगुत्तमे चंदे अठुमे य सुदंसणे (१) तत्थ णं अठ्ठ दिसाकुमारिमहत्तरियाओ महिड्डियाओ जाच पलिओवमट्टिईयाओ परिवसंति तं०इलादेवी मुरादेवी पुढवी पउमावई, एगनासा नचमिया सीया भहा, य अठ्ठमा ॥ ८३० ॥ जंवूमंदरउत्तररुअगवरे पव्वए अठ्ठकूडा प० तं० रयणे रयणुच्चए या सम्वरयणे रयणसंचए चेव, विजये य वेजयंते य जयंते अपराजिए (१) तत्थ णं अठ्ठ दिसाकुमारिमहत्तरियाओ महडियाओ जाव पलिओवमछिईयाओ परिवसंति तं०-अलंबुसा मितकेसी पोडरी गीतवारुणी, आसा य सव्वगा चेव सिरी हिरी चेव उत्तरओ ॥ ८३१ ॥ अठ्ठ अहेलोगवत्यव्वाओ दिसाकुमारिमहत्तरियाओ प० तं० भोगंकरा भोगवई सुभोगा भोगमालिणी; सुवच्छा वच्छमित्ता य, वारिसेणा बलाहगा (१) अठ्ठ उढलोगवत्यवाओ दिसाकुमारिमहत्तरियाओ प० त०मेघंकरा मेघवई मुमेघा मेघमालिणी, तोयधारा विचित्ता य पुप्फमाला अणिंदिता २ ॥ ८३२ ॥ अठ्ठ कप्पा तिरियमिस्सोववनगा प० तं० सोहम्मे जाव सहस्सारे ॥ ८३३ ॥ एएनु णं अठ्ठमु कापेमु अठ्ठ इंदा प० तं० सक्ने जाव सहस्सारे ॥ ८३४ ॥ एएसि णं अठ्ठण्हं इंदाणं अठ्ठ परियाणिया विमाणा प० तं० पालए पुप्फए सोमणसे सिरिवच्छे गंदावत्ते कामकमे पीइमणे विमले ॥ ८३५॥ अठ्ठमिया णं भिक्खुपडिमा णं चउसठ्ठीए राइदिएहिं दोहि य अठ्ठासीएहिं भिक्खासएहिं अहासुत्ता जाव अणुपालियावि भवइ ॥ ८३६ ॥ अठविहा संसारसमावन्नगा जीवा प० तं० पढमसमयनेरइया अपढमसमयनेरइया एवं जाव अपढमसमयदेवा ॥८३७॥ अठ्ठविहा सव्वजीवा पन्त० नेरइया तिरिक्खजोणिया तिरिक्खजोणिणीओ मणुस्सा मणुस्सीओ देवा देवीओ सिद्धा ॥ ८३८ ॥ अहवा अट्टविहा सव्वजीवा प० तं० आभिणियोहियनाणी जाव केवलनाणी मइअन्नाणी सुयअन्नाणी विभंगनाणी ॥ ८३९ ॥ अठविहे संजमे प० तं० पढमसमयसुहुमसंपरायसरागसंजमे, अपढमसमयसहुमसंपरायसरागसंजमे, पढमसमयवादसंजमे, अपढमसमयवादरसंजमे, पढमसमयउवसंतकसायवीयरायसंजमे, अपढमसमयउवसंतकसायवीयरायसंजमे, पढमसमयखीणकसायवीयरायसंजमे, अपढमसमयखीणकसायवीयरायसंजमे ।। ८४० ॥ अठ्ठ पुढवीओ प० तं० रयणप्पभा जाव अहे सत्तमा ईसिपब्भारा ॥ ८४१-॥ इसिप्पन्भाराए णं पुढवीए वहुमज्झदेसभाए अठ्ठजोयणिए खेत्ते अष्ठ जोयणाई बाहल्लेणं प० ॥ ८४२ ॥ ईसिपन्भाराए णं पुढवीए-अठ्ठ नामधेजा प०