________________
(६) थ्य-क्ष-क्ष्म-छू-त्स-त्स्य-थ्य-प्स-च्छ-श्च-स्त-के स्थानमे 'च्छ' होता है। जैसे-दक्ष-दच्छ; लक्ष्मी-लच्छी; कृच्छ्र-किच्छ; वत्सल वच्छल; मत्स्य-मच्छ; नेपथ्य-नेवच्छ; अप्सरा अच्छरा; मूर्छा-मुच्छा; पश्चात् पच्छा; विस्तीर्ण विच्छिन्न ।
(७) ज्य-ज्र-ज्व-द्य-द्व-ब्ज-यय-य-र्ज-w-के स्थानमें 'ज' होता है, जैसेविभाज्य-विभज्जः वज्र-वज; प्रज्वलित-पजलिय; अनवद्य-अणवज; विद्वान् विज; अब्ज अज; शय्या=सिज्जा; आर्या-अजा; तर्जनी-तज्जणी; वर्ण्य वज्ज ।
(८) ध्य-ध्व-ह्य-के स्थानमें 'ज्झ' होता है, जैसे-उपाध्याय-उवज्झाय; बुध्वा% वुज्झा; ग्राह्य-गेज्झ।
(९) त-त्त-त-के स्थानमे 'ह' होता है । जैसे-वर्ती वट्टी; पत्तन पट्टण; नर्तक-नट्टग।
(१०) ष्ट-ट-र्थ-के स्थानमें '' होता है, जैसे-संतुष्ट-संतुट्टः निष्ठुर=निहर; समर्थ समट्ठ। र्त-द-के स्थानमे 'ड' होता है, जैसे-गर्ता गड्डा; विच्छर्द-विच्छड्ड । व्य-द्ध-ध-के स्थानमे 'ड' होता है, जैसे-धनाढ्य धणड्डः वृद्धि वुद्धि; वर्धमान वढमाण ।
(११) ज-ण्य-न्य-न्व-म्न-र्ण-के स्थानमे 'पण' होता है, जैसे--विज्ञान विन्नाण, हिरण्य-हिरण्ण; धन्य धण्ण; अन्वर्थ-अण्णत्थ; निम्न निण्ण; सुवर्ण सुवण्ण ।
(१२) क्ष्ण-श्न-ष्ण-स्न-ल-ह्न-के स्थानमे 'ह' होता है, जैसे-श्लक्ष्ण-सण्ह: प्रश्न-पण्हः पृष्णि-पण्हि; स्नान=ण्हाण, पूर्वाह्न-पुव्वण्ह; वह्नि-वहि ।
(१३) क्त-न-त्म-त्र-त्व-प्त-त-के स्थानमे 'त्त' होता है, जैसे-भुक्त-भुत्ता प्रयत्न पयत्त, आत्मा अत्ता; पत्र-पत्त; तत्व-तत्त; प्राप्त पत्त; का कत्ता।
(१४ ) क्थ-त्र-र्थ-स्त-स्थ-के स्थानमे 'त्थ' होता है, जैसे-सिक्थ-सित्थ; तत्र तत्य, समर्थ-समत्य; विस्तार-वित्थार; इन्द्रप्रस्थ इंदपत्थ । द्र द ब्द-र्द-के स्थानमें 'ह' होता है। जैसे-समुद्र-समुद्दः प्रद्वेप-पद्देस; शब्द सद्द; कर्दम-कदम । ग्ध-ध्वब्ध-र्ध के स्थानमे 'द्ध' होता है, जैसे-दुग्ध-दुद्ध; अध्वन् अद्ध; लब्धि-लद्धि; वर्षमान बद्धमाण ।
(१५) क्म-त्प-त्म-प्य-प्र-प्ल-प-ल्प-के स्थानमे 'प्प' होता है, जैसे-रुक्मिणी= रुप्पिणी; उत्पल-उप्पल, परमात्मन् परमप्पः क्षिप्र-खिप्प; विप्लव-विप्पवः सर्पसप्प; जल्प जप्प; कल्प-कप्प । त्फ-ष्प-फ-स्प-स्फ-के स्थानसे 'प्फ' होता है, जैस-उत्फुर-उप्फुट पुष्प-पुप्फ; निष्फल=निप्फल; बृहस्पति-बिहप्फइ प्रस्फो--