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सुत्तागले
[ठाणे
२६२ पडिसेविणी यावि भवइ, समागया वा से सुकपोग्गला पडिविद्धसंति उदिन्ने वा से पित्तसोणिए पुरा वा देवकम्मुणा पुत्तफले वा नो निद्दिठे भवइ इच्चेएहिं जाव णो धरेजा ॥ ५१५ ॥ पंचहिं ठाणेहिं निग्गंथा निग्गंथीओ य एगयओ ठाणं वा सेज वा निसीहियं वा चेएमाणाणाइकमंति तं० अत्थेगइया निग्गंथा निग्गंथीओ य एगं महं अगामियं छिन्नावायं दीहमद्धं अडविमणुपविट्ठा तत्थेगयओ ठाणं वा सेजं वा निसीहियं वा चेएमाणा गाइकमंति अत्थेगइया णिग्गंथा २ गामंसि वा णगरंसि वा जाव रायहाणिसि वा वासं उवागया एगइया जत्थ उवस्सयं लभंति एगइया णो लभंति तत्थेगयओ ठाणं वा जाव णाइक्कमंति अत्थेगइया णिग्गंथा णिग्गंथीओ य णागकुमारावासंसि वा सुवन्नकुमारावासंसि वा वासं उवागया तत्थेगयओ ठाणं वा जाव णाइक्कमंति, आमोसगा दीसंति ते इच्छंति णिग्गंथीओ चीवरपडियाए पडिगाहेत्तए तत्थेगयओ ठाणं वा जाव णाइकमंति, जुवाणा दीसंति ते इच्छंति णिग्गंधीओ मेहुणपडियाए पडिगाहेत्तए तत्थेगयओ ठाणं वा जाव णाइक्कमंति, इच्चेएहिं पंचहि ठाणेहिं जाव णाइक्कमंति। पंचहिं ठाणेहि समणे णिग्गंथे अचेलए सचेलियाहिं णिग्गंथीहिं सद्धि संवसमाणे नाइकमइ तं० खित्तचित्ते समणे णिग्गंथे निग्गंथेहि अविजमाणेहिं अचेलओ सचेलियाहिं णिग्गंधीहिं सद्धिं संवसमाणे नाइकमइ एवमेएणं गमएणं दित्तचित्ते जक्खाइठे उम्मायपत्ते निग्गंथीपव्वावियए समणे निग्गंथेहिं अविजमाणेहिं अचेलए सचेलियाहिं निग्गंथीहिं सद्धिं संवसमाणे णाइक्कमइ ॥५१६॥ पंच आसवदारा प० तं० मिच्छत्तं अविरई पमाओ कसाया जोगा, पंच संवरदारा प० तं० सम्मत्तं विरई अपमाओ अकसाइत्तं पसत्थजोगित्तं, पंच दंडा प० तं० अट्ठादंडे अणट्ठादंडे हिंसादंडे अकम्हादंडे दिठिविपरियासियादंडे । पंच किरियाओ प० तं० आरंभिया परिग्गहिया मायावत्तिया अपञ्चक्खाणकिरिया मिच्छादसणवत्तिया, मिच्छदिछिनेरइयाणं पंच किरियाओ प० तं० आरंभिया जाव मिच्छादसणवत्तिया एवं सव्वेसिं निरंतरं जाव मिच्छादिठ्ठियाणं वेमाणियाणं । णवरं विगलेंदिया मिच्छादिठी न भन्नति सेसं तहेव पंच किरियाओ प० तं० काइया अहिंगरणिया पाओसिया पारियावणिया पाणाइवायकिरिया, नेरइयाणं पंच एवं चेव निरंतरं जाव वेमाणियाणं, पंच किरियाओ प० तं० आरंभिया जाव मिच्छादंसणवत्तिया णेरइयाणं पंच जाव वेमाणियाणं । पंच किरियाओ प० तं० दिठिया पुठ्ठिया पाडुच्चिया सामंतोवणिवाइया साहत्थिया एवं णेरइयाणं जाव वेमाणियाणं,पंच किरियाओ प० तं० णेसत्थिया आणवणिया वेयारणिया अणाभोगवत्तिया अणवकंखवत्तिया, एवं जाव वेमाणियाणं, पंच किरियाओ प० तं० पेजवत्तिया दोसवत्तिया पओगकिरिया समुदाणकिरिया इरियावहिया एवं मणुस्साण वि सेसाण