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द्वितीयखण्ड
जीवन का प्रथमचरण
[ गृहवास ]
पुराणगाथा की जीवनदृष्टि महावीर की जन्मकालीन स्थितियाँ
वंशाली गणराज्य
जन्म : स्वप्नदर्शन मातृ-भक्ति के संस्कार माता के मानसिक संकल्प जन्मोत्सव और नामकरण
साहस-परीक्षा विद्याशाला की ओर
यौवन के द्वार पर बाह्याभ्यन्तर व्यक्तित्व अभिनिष्क्रमण की तैयारी यशोदा चुप क्यों रही?
मुक्तहस्त से दान भवन से बन की ओर