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________________ T कल्याण-यात्रा | २५५ वि०पू० ४८९ ४८८ ४८७ ४८६ स्थान राजगृह राजगृह चंपा मिथिला वाणिज्यग्राम राजगृह वाणिज्यग्राम वैशाली ४८५ १०पू० ૧૪૬ ५४५ ५४४ ५४३ ५४२ ५४१ ५४० ५३९ ५३८ ५३७ ४८४ ४८३ ४८२ ४८१ वैशाली. AAEEEEEEEEEEEEEEEEEE ४८० ४७६ ४७८ ५३५ ५३४ ४७७ ५३३ राजगृह नालन्दा वैशाली वैशाली राजगृह नालन्दा मिथिला मिथिला राजगृह अपापापुरी (पावा) ५३२ ४७५ ४७४ ५३० ४० ४७३ ४१४७२ ४७१ ५२९ ५२८ परिनिर्वाण---वि० पू० ४७१ कार्तिक अमावस्या, अपापापुरी ई०पू० ५२८ नवम्बर विशेष : वास्तव में भगवान् महावीर का निर्वाण ईस्वी पूर्व ५२८, नवम्बर, तद. नुसार विक्रम पूर्व ४७१ तथा शक पूर्व ६०५ वर्ष ५ मास में हुआ। किंतु चूंकि नवम्बर वर्ष का ११ वा महीना था, सन् ५२८ पूर्ण हो रहा था, अतः गणना में सुविधा की दृष्टि से महावीर का निर्वाणकाल ई०पू० ५२० तथा वि. पू. ४७० मान लिया गया है। देखें-'वीर-निर्वाण संवत् और जैन कालगणना' (मुनि कल्याणविजय बी) तथा 'बागम बोर बिपिटक : एक अनुशीलन' (मुनि नगराज जी) पृ. ६५।
SR No.010569
Book TitleTirthankar Mahavira
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Ratanmuni, Shreechand Surana
PublisherSanmati Gyan Pith Agra
Publication Year1974
Total Pages308
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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