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विषय सल्लेखना व्रत के अतीचार दान का स्वरूप और उसकी विशेषता विधि की विशेषता द्रव्य की विशेपता दाता की विशेषता पात्र की विशेषता
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आठवाँ अध्याय
३६७
बन्ध के हेतुओं का निर्देश
मिथ्या दर्शन
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प्रमाद
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कषाय
योग बन्धका स्वरूप और उसके भेद प्रकृतिबन्धके मूल भेदों का नाम निर्देश
मूल पकृतियों का स्वरूप
मूल प्रकृतियों के पाठ क्रममें हेतु मूल प्रकृतिके अवान्तर भेदों की संख्या और उनका नाम निर्देश
ज्ञानावरण को पांच और दर्शनावरण की नौ उत्तर प्रकृतियां वेदनीय कर्म की दो उत्तर पकृतियां दर्शन मोहनीय की तीन प्रकृतियां कषायवेदनीय के सोलह भेद चार आयुः कर्म
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