SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 131
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ - । ama MEANP कार्तिक सुदि ९ अक्षयनौमीको उत्सव । __ शृङ्गार अन्नकूटको । वस्त्र श्वेत जरीके । बागो घेरदार कुल्हे, सुपेद, पटुका सुथन लाल, लंहगा, चोली, ठाड़े वस्त्र अमरसी। जोड़ सादा चन्द्रकाको । सब शृंगार अन्नकूटको । शृंगार पाछे सांगामाँचीपें विराजे होंय तैसेही परिक्रमा ३वा ५ करिके गोपीवल्लभभोग धरनों । ता पाछे राजभोग धरनो । तामें सामग्री बूंदीके लडुवाको बेसन सेर ॥ घी सेर ॥ बूरो सेर 59॥ तामें सुगंधी मेवा । विलसारू पेंठाको करनो । तामें सुगंधी मिलावनी तथा शाक पेंठाको करनों । दार तुअरकी। शाक बड़ी मिल्यो॥ कार्तिक सुदि १० वस्त्र पीरी जरीके, वागो घेरदार । चीरा गोल ठाड़े वस्त्र लाल । चन्द्रका सादा । शृंगार हलको करनो॥ कार्तिक सुदि ११ देवप्रबोधनीको उत्सव । ता दिनाअभ्यंग होय । रुईके आत्मसुख, गदल, फरगुल ये सब रुईके नये होंय । वस्त्र सुनहरी जरीके । बागो चाकदार। कुल्हे । जोड, चन्द्रकाको । चरणचौकी वस्त्र मेघश्याम । आभरण हीराके । उत्सवके कमलपत्र करनों ग्वाल नहीं होय । डबरा धरनो । डबरा सरायके । और मण्डपकी तैयारी पहले ही करराखी होय सो मण्डपमें सांगामांची पधरावनें । और जो साँझको मुहूर्त होय तो डबरा सरायके मण्डपमें पधरावने । साठा १६ को मण्डप बाँधनों । मण्डपकी तैयारी लिखे हैं तिवारीके बीचमें खड़ियासों कोड़ी माड़नी तामें रंग भरकें तैयार करनी। आगे चित्र में मण्डी है ता प्रमाण । अब मण्डपके ऊपर साठाको मण्डप बाँधनों। दीवा १ घीको जोड़के धरनों। और दीवा ८ चारयों आड़ी जोड़ने । कोननपें दोय दोय जोड़के धरने । और दीवट दीवा धरने । और छबड़ा ४ s amananews ne meenaani. DER - % 3D
SR No.010554
Book TitleVallabhvrushti Prakash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGangavishnu Shrikrushnadas
PublisherGangavishnu Shrikrushnadas
Publication Year1937
Total Pages399
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationInterfaith & Hinduism
File Size121 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy