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________________ सामन्याला DAREESARITS MAHARMERDRIMAKELARASTRAIGAIKAHANIRMANKIRTANGMAINAROORKERDAtaurantnamGENRI B ENE astaramamunatomusamasuaaweTamuKARINEENarayanamunamaAHARASure RARAMETR a na देखिकें अनोसर करनों । पाछे सखड़ी चढावनी । और भोगके ठिकाने कोरी हलदीको अष्टदल कमलको चौक करनो। ताके ऊपर घासको बीड़ा धनरो। तामें पातर बिछाय तापर एक चादर बिछावनी। एक वटेरा सेव तथा वीको ताके बीच में पधरावनों ताके ऊपर जो भात होय सो ता ठोरपे पधरावत जानो। ___ अब सामान सामग्रीको प्रमाण एक अन्दाजसों लिख्यो है परन्तु जहाँ जितनो नेग होय ता प्रमाण करनो । यहाँ लिखे प्रमाणके ऊपर न रहनों। ___ अब प्रथम कार्तिक वदि ४ वा ५ मीको आछो बार देखिकें भट्ठीको पूजन करनोंताकी विधिबालभोगमें भट्ठी पुतवावनी। पाछे कोरी हलदीको चौक चारों तरफ माण्डनों । कुम्कुम्सों भट्ठीके पास भीत श्री तथा साथिया तथा श्रीप्रभूको नाम माण्डनों। कढ़ाई भट्टी धरावनी । पाछे कुम्कुम् अक्षत छिडकना पाछे तिलक करनों नेगको श्रीफल १ तथा गुड सेरऽ।तथा गेहूं सेर । सुपारी ७ हुलदीकी गांठ ७ तथा २०११) रोक यह सब एक फ़ूड़ामें धरके पास धरनों ऐसे कड़ाई पूज वामें पी पधरावनों । चून गूझाके कूरको पधरावनों । हलावनो हलायके गुड़की डेली घीमें डुबोयके भट्ठीमें पधरावनी पाछे बालभोगियासे आदि लेके तिलक सबनकों करनो, पाछे दण्डवत करनी । इति भट्ठीपूजा॥ सामग्री अनसखड़ीकी। - गूझा छोटेको मैदा सेर- १० चक्रगूझाको मैदा सेर ऽ३ घी। सेर 5१५ चून सेर ३१३ खाण्ड सेर 5१३ कारी मिरच आखी सेर ॥ सेवके लडुवाको मदा सेर 5१० घी सेरऽ१० खाँड सेर २० ॥ MARRERastiaHURSHIDum DHADIONREImucceELSumEMAIEEETAARENERNEYMOONIRAILEODPRERALoccmarataaramarARI MAHARomaamar m HAPGDARDEE
SR No.010554
Book TitleVallabhvrushti Prakash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGangavishnu Shrikrushnadas
PublisherGangavishnu Shrikrushnadas
Publication Year1937
Total Pages399
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationInterfaith & Hinduism
File Size121 MB
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