________________
A
RREARREmer
nsar
A
प्रकार साजकनी में भोग परमया के पास चौका बनिआवे सोग
का
mwwma
a
चौलाकी करनी । मैदाकी पूडी।छाछबडा, चणा, फडफडिया, भुजेना २ लपेटमां मूंगकी छौंकी दार । थपडी। शाक अरवीको, खीर । बासोंदी, दूध, बूरा, लूण, मिरचकी कटोरी उत्सवके सघाने । मेवा सूको तथा गीलो जो बनिआवे सो। यह सब भोग अनोसरमें शय्याके पास चौकीके ऊपर धरनो थाहीमें चाँदनीमें भोग धरनो। बीडा ८ बीड़ी अधिक या प्रकार साजके पाछे अनोसर करनो॥ __ कार्तिक वदि १ शृंगार पहले दिनको करनो॥
कार्तिक वदि २ वस्त्र लाल जरीके, दुमालो, बीचको पीरो। ठाड़े वस्त्र हरे सरस लीलाको आरम्भ होय ॥
कार्तिक बदि ३ वस्त्र हरी जरीके, चीरा, बागो चाकदार, सादा चन्द्रका, कतरा, ठाड़े वस्त्र लाल ॥
कार्तिक वदि ४ वस्त्र लाल जरीके सेहराको शृंगार ठाड़े वस्त्र हरे॥ __कार्तिक बदि वस्त्र पीरी जरीके । सुकुटको शृंगार ठाड़े
वस्त्र सुपेत॥ | कार्तिक बदिवस्त्रहरी जरीके,चीरा,कलंगी,ठाड़े वस्त्र लाल॥ · कार्तिक वदि ७ दीवारीको शृंगार । वागो सुपेत जरीको। कुल्हे सुपेत । सूथन पटका लाल ठाड़े वस्त्र अमरसी। सामग्री कूरकी गुझियाको मैदा सेरऽ। चून सेरऽ॥ घी सेरऽ। गुडसेरऽ॥ पूषाको चून सेर ॥ पी सेर 5॥ गुड सेर ॥ चिरोंजी पैसा पैसा भर । सुहारी दोय तरहकी-सुपेत, पीरीको। मैदा सेरऽ॥ घीs।
कार्तिक वदि ८ वस्त्र पीरी जरीके । शृंगार टिपारेको होय, ठाड़े वस्त्र लाल॥ | कार्तिक वदि ९ शृंगार आछो लगे सो करलो॥
naamansamansamanarassmeenakamananesamanaBabKAHASHA
SEEEEEEEEEEEEEERIES
H
ITE