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हो पुस्तक छापनी पड़ो। इस विवशता को पाठक महानुभाव ध्या में न रखकर छपाई की अनिवार्य त्रुटि को समालोचना का विषय न बनावेंग ऐसी माशा है।
-अजितकुमार जैन शास्त्री। पो:-प्रकलप्रेस, चूड़ी सराय मुलतान शहर ।
मावश्यक निवेदन इस महत्व पूर्ण प्रन्य को ध्यान से पढ़ें। मनन करने के पीछे प्रन्थ के सम्बन्ध में जैसी भी भापकी सम्मति हो निम्न लिखित पते पर शीघ्र ही भेजने की अवश्य कृपा करें।
श्रीमान विद्यावारिधि न्यायानद्वार
पं. मक्खनलाल जी जैन शास्त्रो, प्रिंसिपलः-श्री. गो. दि० जैन सिद्धांत विद्यालय,
मोरेना (ग्वालियर स्टेट) निवेदक:-रामप्रसाद जी जैन शास्त्री, (दिगम्बर जैन पंचायत बम्बई की भोर से)