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पाक्षिक-पांचजन्य, इंडिया टुडे, सरिता, मुक्ता , चंपक, बालहंस । साप्ताहिक सण्डेमेल, इतवारी पत्रिका, लोटपोट, धर्मयुग, रोजगार समाचार ।
दैनिक–राजस्थान पत्रिका, जनसत्ता, हिन्दुस्तान, नवभारत टाइम्स, टाइम्स ऑफ इन्डिया। सिलाई बुनाई कढ़ाई केन्द्र
विद्यापीठ परिसर में कुशल प्रशिक्षिकाओं द्वारा महिलाओं को सिलाई, बुनाई एवं कढ़ाई कार्य का प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे महिलाएं स्वावलम्बी बनकर जीवन यापन करने की योग्यता प्राप्त करती हैं। छात्राएं यहां चित्रकला, फैब्रिक आर्ट, कशीदा-चित्र, सलमा-सितारा कार्य आदि भी सीखती हैं। इस केन्द्र से अब तक सैंकड़ों महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है तथा नियमित रूप से अभी भी प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है। इसे गतिशील रखने में श्रीमती तारादेवी बांठिया विशेष रूचि लेती हैं।
व्याख्यानमाला
प्रतिवर्ष महावीर जयन्ती के दिन सेठ श्री चम्पालाल जी बांठिया स्मृति व्याख्यानमाला के अन्तर्गत विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तरीय भाषण प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। युवा वर्ग में वक्तृत्व कला का विकास करना ही इसका मुख्य ध्येय है। विजेताओं को पुरस्कृत कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है।
रामपुरिया स्मृति पुरस्कार
विद्यार्थियों में उच्च शिक्षा के प्रति रूचि जागृत कर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करने हेतु प्रतिवर्ष स्नातक स्तर पर (कला, विज्ञान, वाणिज्य संकाय) बीकानेर जिले में सर्वाधिक अंक प्राप्तकर्ता को प्रदीपकुमार रामपुरिया स्मृति पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जाता है। शीतल जल प्याऊ
विद्यापीठ में ही ठण्डे व मीठे जल की प्याऊ संचालित की जाती है। दर्शनार्थी व जन साधारण के लिए. इसकी उपादेयता स्वयं सिद्ध है। उज्ज्वल भविष्य
श्री जवाहर विद्यापीठ का भविष्य उज्वल है। कतिपय योजनाएं क्रियान्वित की जाने वाली है जिनम प्रमुख हैं१. संस्था की ध्रुव निधि में वृद्धि
स्वर्ण जयन्ती समारोह के शुभ अवसर पर प्राप्त आर्थिक सहायता राशि से संस्था की ध्रुव निधि सवाधत । होगी और वर्तमान प्रवृत्तियां निरन्तर सुचारू रूप से चल सकेंगी। २. वर्तमान हॉल का विस्तार
विद्यापीठ के वर्तमान हॉल का विस्तार कर आगे बरामदा बनवाया जाना प्रस्तावित है। इसस हाल मा बैठक क्षमता में वृद्धि होगी। १६२