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________________ [६]. प्रष्ट है? प्रश्न वोल नं० पृष्ठ प्रभवोल नं0 (३) सिद्धशिला और अलोक (१३) व्रत धारण न करने वाले के बीच कितना अन्तर के लिए भी क्या प्रति१३५ क्रमण आवश्यक है ? १४४ पुरिमताल नगर में (१४) लौकिक फल के लिये तीर्थङ्कर के विचरते हुए यक्ष यक्षिणी को पूजना अभग्गसेन का वध कैसे क्या सदोप है ? १४६ हुआ ? १३५ (१५) चतुर्थ भक्त प्रत्याख्यान 'भव्य जीवों के सिद्ध का क्या मतलब है ? १४६ हो जाने पर क्या लोक | (१६) खुले मुँह कही गई भाषा भव्यों से शून्य हो सावध होती है या जायगा ? १३६ निरवद्य होती है ? १५० अवधि से मनःपयय (१७) क्या श्रावक का सूत्र ज्ञान अलग क्यों पढ़ना शास्त्र सम्मत है?१५० कहा गया ? १३७ ॥ | (१८) सात व्यसनों का वर्णन अक्षर का क्या अर्थ है? १३८ । कहाँ मिलता है ? १५५ सातावेदनीय की जघन्य (१९) लोक में अन्धकार के स्थिति अन्तमु हूत की कितने कारण हैं ? १५६ या बारह मुहूर्त की ? १३६ (२०) अजीर्ण कितने प्रकार कल्पवृक्ष क्या सचित्त का है ? १५७ वनस्पति रूप तथा देवा (२१) साधु को कौन सा वाद धिष्ठित हैं. १ १४० किसके साथ करना (१०) स्त्री के गर्भ की चाहिये ? १५७ स्थिति कितनी है ? १४१ २२ वां बोल:--१५९-१६६ क्या एकल विहार ६१६ साधु धर्म के शास्त्र सम्मत है ? १४२ विशेषण बाईस १५६ (१२) आवश्यक क्रिया के | १२० परीषह वाईस. १६० समय क्या ध्यानादि ६२१ निग्रह स्थान बाईस १६२ करना उचित है ? १४३ २३ वां वोल:--१६६-१७६
SR No.010513
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHansraj Baccharaj Nahta, Bhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year1943
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size10 MB
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