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(२) नहरचन्दजी सेठिया (७) श्रीमान जुगराजजी सेठिया । ८) श्रीमान् कुन्दनमलजी सेठिया (8) श्रीमान माणकचन्दजी सेठिया (१०) श्रीमान् गोविन्दरामजी भणसाली (११) श्रीमान् घेवरचन्दजी बांठिया (१२) श्रीमान् केशरीचन्द्रजी सेठिया.(१३). श्रीमान् खेमचन्दजी सेठिया (१४) श्रीमान् मोहनलालजी सेठिया' ।
इस सान के लिए -श्रीयुत् सतीदासजी तातेड़ और ओयुत् हीरालालजी मुकीम ऑडिटर नियुक्त किये गये है। -
इस संस्था के अन्तर्गत चलने वाले. विभाग और उनका कार्य विवरण इस प्रकार है
विद्यालय विभाग इस विभाग में धर्म हिन्दी, संस्कृत, प्राकृत, अंग्रेजी आदि की उच्च शिक्षा दी जाती है और शिक्षा प्राप्त छात्रों को विभिन्न परीक्षाएं दिलाई जाती है। इस साल हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग की साहित्य मध्यमा परीक्षा में निम्न लिखित तीन विद्यार्थी सम्मिलित हुए।-(१.) सौभाममल महता (२) सुरजमल जैन (३) मदनलाल नसोई। दो विद्यार्थियों ने धार्मिक परीक्षा बोर्ड रतलाम की धर्म मध्यमा परीक्षा दी और दोनों विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए--(-१-); सोमागमल महता २) लक्ष्मीलाल बाफ दो विद्यार्थी अप्रेजी,की,इन्दर परीक्षा में बठे(१) गो वन्दसिह चपलोत (फर्स्ट इयर साइन्स- शान्तिनाल- मोगरा (फट इयरे कार्मस) ये दोनों विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। ___ इस वर्ष अग्रेजी की शिक्षा प्राप्त करने वाले कुन विद्यार्थी १७ आगे पीछे वर्ष भर में तथा भिन्न भिन्न स्थानों पर रहें। उन्हें गध, पद्य, नाटक नित्य, पत्र लेखन, अनुवाद,( Translation); जतरल इंगलिश, समाचारसत्र अध्ययन एवं वादालाप आदि की शिक्षा दी गई। इसके. अतिरिका शहीर-विज्ञान स्वास्थय विज्ञान, भूगोल, इतिहास, गणित, नागरिक शास्त्रा आदि विषयों की भी.लिशादी गई।
सिद्धान्तः शाला, विभाग) .. इस विभाग में हिन्दी; संस्कृत, प्राकृत औरधर्मशास्त्रों का साधु साध्वियों को उनके धर्म स्थानों पर भेज कर-पण्डितों, द्वारा अव्ययन कराया गया और उनकी मासिक-परीक्षाएं की गई। जिनका परिणाम