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Catalogue of Sinserit, Pral it, Avibhanja & Hindi Manuscripts ( Puja Patha-Vidhāna )
Closing :
Colophon
Opening
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Colophon :
Opening :
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Colophon :
Opening
विशुष -
Opening :
जे तपनूरा नजमधीरा मिवधू सरईया |
रयणत्तव रजिय कम्मह गजिय ते रिसिवर मइ झाईया ||
इति देवपूजा |
१७६६• देवजयमाला
ठाणे
देखें, क्र० १७४६ ।
इति चतुर्विंशति तीर्थङ्कर जयमान सपूर्णम् ।
१७६७. देवप्रतिष्ठा विधि
DOP
•
....
२३३
देखे जै० सि० भ० ग्र० I, क्र० ८४१ ।
दि० जि० प्र० र०, पृ० १६६ ।
... परमपउ ||
प्रतिमावीजमन प्रसिद्ध नदुमिसुरामकृतहरिने रूप ........ | सुरमत्र जिनप्रभा ।
इति सुरमत्र समाप्त: ।
देखें, क्र० १७७० ।
१७६८. धरणेन्द्रपूजा
पातालवास वरनीलवर्णं फणासहस्रान्वितनागराजम् । तमाह्वये सत्कमठासन च सस्थापये भूमिधर सुभक्त्या ॥
गथ इतना पुराना है कि सभी पत्र आपस मे सटे हुए है । अलग करने पर फट जाते है, जिससे Closing और Colophon का पता नही चलता ।
१७६९. धरणेन्द्र पूजा