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________________ (२४ ) १ एकेन्द्रौ की गति काई-तिबंच गति। २ एकेन्द्रों की जाति काई-एकन्द्रों। . ३ एकेन्द्रों में काया किसौ पावै-पांच घावर की। ४ एकेन्द्रौ से इन्द्रियां कितनी पावे-५. स्प इन्द्री। ५ एकेन्द्रौ से पर्याय कितनी पावै–४ च्यार मन भाषा ए होय टलौ। ६ एकन्द्रो में प्राण कितना पावै-४ च्यार पावै स्पर्श इन्द्रौय बलप्राण १ काय बलप्राण २ श्वासोश्वास बलग्राण ३ अायुषो बलप्राण ४ ७ मूरड माठौं मुलतानां पत्थर सोनो चांदी रतना. दिक पृथ्वीकाय का प्रश्नोत्तर :-- प्रश्न गति काई जाति काई काय किली इन्द्रियां कितनी पाये .. - पर्याय कितनी पावै । प्राण कितना उत्तर तियंञ्च गति एकेन्द्री पृथ्वीकाय एक स्पर्श इन्द्री ४ च्यार, मन भाषा टली ४ च्यार पावै, स्पर्श इन्द्री बल प्राण १ काय बल २. श्वासोश्वास बल ३ भायु . पलप्राण ४
SR No.010500
Book TitleJain Hit Shiksha Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKumbhkaran Tikamchand Chopda Bikaner
PublisherKumbhkaran Tikamchand Chopda Bikaner
Publication Year1925
Total Pages243
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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