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________________ . जैन-गौरव-स्मृतियाँ Preetkar anterweath-NRNAMRPANNRNAR HAP डायरेक्टर है । सामाजिक दृष्टि कोण से आपके विचार सुधार प्रिय एवं प्रगतिशील हूँ। आपके ज्येष्ठ पुत्र फकीरचन्दजी आपके ही समान व्यवसाय कुशल, कर्मनिष्ठ, उद्योगी एवं उत्साही युवक हैं। आप भी "दी पोपुलर फिल्म लिमीटेड तथा फोच्युन प्राडेण्ट इन्श्युरेन्स कं. लि." के डायरेस हैं । स्थानीय सार्वजनिक कार्यों में विशे षतः भारा लिया करते हैं। आपके पुन्न सतीशचन्दजी है। श्री नन्दलालजी के द्वितीय पुन्न नगीनचन्दजी भी उत्साही एवं सिलनसार युवक हैं । . . सेठ हरकचन्दजी-आपकी भी व्यापारिक व्यवसाय कुशलता एवं विद्वत्ता उल्लेखनीय है। सार्वजनिक कार्यों में पूर्ण मनोयोग से भाग लेते हैं । आपके पुत्र नीलमचन्दजी एवं लालचन्दजी है। सेठ चम्पालालजी-आप अपने बड़े भ्राताओं में सम्मिलित रहते हुए व्या पारिक एवं सार्वजनिक कार्यों में अच्छी तरह से सहयोग दिया करते हैं। .. है. सेठ चम्पालालजी लुणावत-खामगांव . D eep NANCIPE समाज में होनहार व्यक्ति र हैं। सन् १६४० में महावीर जैन युवक मंडल सेन्दुरजना के अध्यक्ष थे । और सन् १९४० से आप खामगांव नगर कांग्रेस कमेटी के प्रमुख मंत्री है । सन् १९४६ में श्री०. . विदर्भ प्रांतिक कांग्रेस कमेटी की सलाहकार समिति के सभासद थे। आप माता करतूरवा गांधी मेमोरियल फंड समिति बुलडाणा जिल्हा और श्री महात्मा गांधी मेमोरियल फंड समिति बुलडाणा जिल्हाइन दोनों समितियोंके जिल्हा मन्त्री थे । उस समय जिल्हे से अच्छा चन्दा इकट्ठा हुवा। मिलनसार स्वभाव से आप बड़े MAN LINK HEN मिलनसार स्वभाव से आप बड़े लोकप्रिय और प्रतिष्ठित व्यक्ति बन गये हैं। .... ... ...................
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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