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व-स्मृतियाँ
देश, वरार व यवतमाल प्रदेश- . सेठ राजमलजी नन्दलालजी श्रीमाल मेहता
(कॉटन किंग आफ खानदेश) भुसावाल, वरनगाँव __ रूपनगढ़ (किशनगढ़) से इनके पूर्वज व्यवसाय के निमित्त सेठ लछमनदास
और सरदारमलजी इतस्ततः होते हुए जबलपुर आए एवं लेनदेन और अनाज व्यवसाय प्रारम्भ किया। सेठ सरदार मलजी के पुत्र पन्नालालजी मिलनसार र व्यवसाय कुशल हुए। आपके पुत्र राजमलजी, नन्दलालजी, हरकचन्दजी स्पालालजी हैं इन चारों भाइयों की "राजमल नन्दलाल" नामक फर्म भुसावल या वरन गांव में रूई सेंगदान और कमीशन का व्यापार करती है । इस फर्म क यापारिक सम्बन्ध अहमदाबाद, बम्बई, व-मालवा प्रान्त की मीलों में विशेष रूप है । व्यापारिक दृष्टि से यह फर्म इस प्रान्त की अग्रगण्य फर्मों में से है। फर्म द्वा सामाजिक, सार्वजनिक एवं धार्मिक कार्यों में बड़ी उदार भावना से सहयोग दि
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लेट नंदलालजी
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नेट गजमलजी
जाता है।
.. ठ राजमलजी-पाप धार्मिक कार्यों में विशेषतः भाग लिया करते हैं। आप का शान्त स्वभाव उल्लेनीय है । श्रापके सुभाषचन्द्रजी नामक पुत्र हैं। ....
सेठ नन्दलालजी श्राप भुसावल मर्चेण्ट एसोसियशन के प्रेसिटेण्ट है। कॉटन : योफ खानदेश के नाम से श्रापकी प्रसिद्धी है। आप कामा चित्र लिमिटेड के