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________________ जैन-गौरव स्मृतियों . m.in. ५.. .-- . :.. :- ..::Text ..--.-mium-inutes - . . R HAL +ATA *श्री सेठ हीराचन्दजी कोठारी लश्करः । १६ वर्ष की आयु में नगर पालिका लश्कर के खंजाची पद पर कार्य किया । ८ वर्ष कार्य करने के बाद नगरपालिका मुरार के असिसटेन्द सेनटरी के पद पर कार्य किया। वर्तमान मैं आप लोहे का व्यापार करते हैं । मध्यभारत स्क्रप डीलर्स एसोसिये . शन यूनीयन के प्रधान मंत्री, कप डीलर्स एसोसियेशन लश्कर के मन्त्री और ग्वालि थर एंग्रीको डीलर्स एसोसियेशन के मंत्री हैं। कई सार्वजनिक कार्यों में भी आप उत्साह से भाग लेकर उनको सफल बनाते है। आपके चार पुत्र और तीन पुत्रियों जो अभी विध्याध्ययन में रत हैं। "मेसर्स फूलचन्दजी हीरालाल कोठारी" लोहिया बाजार में आपकी फर्म पर लोहे का बहुत बड़ा व्यापार होता है । *सेठ प्रभूलालजी डूंगरवाल, छोटी सादड़ी (मेवाड़).. जन्म पौष शुक्ला ३ सं. १६५६ । सुलझे हुए विचारों के सुधार वादी, सत्य निष्ठ और स्पष्ठ वक्ता । सादड़ी में आपकी...' अच्छी जमीदारी है। व्यवसाय कृषि .. और साहूकारी लेन देन । सादड़ी का पुराना और प्रतिष्ठित परिवार । स्थानीय जैनमन्दिर के देव द्रव्य की रक्षार्थ व . मन्दिरजी की सुव्यवस्था में आपके यत्न प्रशंसनीय रहे । जैननवयुवक मडल, जैन . पाठशाला तथा देव द्रव्य रक्षक कमेटी के. आप सभापति हैं। नगर की अन्य। समस्त सर्वजनिक प्रवृत्तियों में आपका.... पूर्ण सहयोग रहता है। लोकहित के कार्यों में सत्य का पक्ष लेने में आप .. सदा निडरता साहस से कार्य करते हैं। wat .. . . .. १ . . - : ..
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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