________________
जैन-गौरव-स्मृतियों
...
..
-
--श्री राजरत्नरामजी हंसराजजी कामानी, जयपुर. . . . . . . . . . . ...
जन्म १८८६ धारी ( काठियावाड़ ) स्थापक जीवनलाल कम्पनी. १६१३, जीवनलाल लिमिटेड ( १६२६) मैनेजिंग डाइरेक्टर मुकुन्द आयरन एन्ड स्टील वर्क्स लि० ( १६३६-४१) संस्थापक जयपुर मैटल इंडस्ट्रीज जयपर.१६४३ स्थापक तथा अध्यक्षता कमानी मैटल्स एन्ड अलायज लि० १६४४, संस्थापक कमानी एजिनियरिंग कारपोरेशन, १९४५ संस्थापक इंडियन नान फैरस मैटल मैन्यू फेक्चरर्स असोसियेशन १६४५, भारत सरकार द्वारा नानफैरस मैटल के पैनल में नियक्त, १६४५, प्रधान जयपुर चेन्बर आफ कामर्स । राजरत्न का सम्मान बड़ीदा राज्य द्वारा १६३६, ग्राम तथा हरिजन उद्धार कार्य में रुचि ।
-पता-पारिजातक: न्यूकालोनी जयपुर। +सेठ सुदरलालजी ठोलिया जयपुर
प्रसिद्ध जोहरी व जयपुर के बड़े श्रीमंत । सेठ बन्जीलाल ठोलिया के पत्र । जन्म १८६२ जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, सैलाना एवं झालावाड़ से सोना तथा. ताजीम । जवाहरात के व्यवसाय में कुशलता एवं ख्याति प्राप्त, प्रचीन कला एवं चित्रकारी के संग्रह में अभिरुचि, संतति ४ पुत्र तथा ५ पुत्रियां । डाईरेक्टर बैंक आफ जयपुर लिमिटेड ।-पता ठोलिया बिल्डिंग, मिर्जा इस्माइल रोड जयपुर । *सेट विनयचंद भाई दुर्लभजी जौहरी, जयपुर .
जन्म २५ फरवरी १६०१ में स्थानकवासी जैनसमाज के ख्यातिप्राप्त महान् नेता व समाज सेवक धर्मवीर सेठ दुर्लभजी भाई जौहरी के पुत्र रत्न के रूप में
हुआ । सन् १९१७ में आपने आर०वी० दुर्लभजी जौहरी कं० के भागीदार के रूप में अपना व्यवसाय प्रारम्भ किया और
आज आप ही इस फर्म के प्रमुख संचालक है । फर्म पर हीरे और जवाहरात
का व्यापार देश व विदेशों में विशाल ..पैमाने पर होता है। फर्म का सम्बन्ध अमेरिका, युरोप आदि विदेशों से हैं। आपने कई बार इन विदेशों की यात्रायें की हैं। ..... . . . . . . . . - जयपुर चेम्बर आफ कामर्स, जैन गुरु कुल न्यावर मुवोध जनहाई स्कूल जयपर के सभापति है। ट्रेडर्स एसोसियेशन जयपुर लिमिटेड के चेयरमेन है। आपका शिक्षा . प्रेम अद्वितीय है। धार्मिक कार्यों में और
...
..
...
..
.
S