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जन-गौरव स्मृतियों
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* धाड़ीवाल परिवार, बीकानेर - - इस परिवार के पूर्वजों का इतिहास बड़ा गौरव पूर्ण रहा है । श्री सेठ नेमीचन्दजी के पुत्र श्री सौभाग्यमलजी एक कुशल व्यवसायी हुए। आप प्रतिष्ठित एक्सचेंज ब्रोकर रहे थे । ३१ वर्ष की अल्पायु में ही आपका सं०१६६६ में देहावामान हो गया । आपके मरतारमलजी, मुन्नीलालजी तथा जोरावरमलजी नामक तीन
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* सरदारमलजी
जन्म सं० १६५८ में । प्रारम्भ में बैंको की दलाली के पश्चात् बीकानेर चले पाए और राज्य में नौकरी करने लगे। व्यापार में विशेष लाभ देख कर वापिस कलकत्तो चले गए। वहां पर सन् १९२४ ..... . . . . . . में बिडला ब्रादर्स के यहाँ १००) मासिक पर कार्य किया एवं शनैः २ चीफ एकाउन्टटेन्ट बन गये । न्यू एशियाइटिक इन्श्युरेन्श कं० के मैनेजर पद पर १८ वर्ष कार्य किया तथा बाद में बहुत बड़ी अंग्रेज बीमा कम्पनी-"पर्ल इन्श्युरेन्स कम्पनी" के भी श्राप २ वर्ष तक चीफ अकाउन्टेन्ट रहे । सन् १६४४ में आप बिड़ला ब्रदर्स के यहाँ से छुट्टी लेकर बीकानेर चले आये एवं प्रापको स्पेस, ट्रेजरी, स्टाम्प आदि महकमे ... सम्भलाये गये जिनका बड़ी ही योग्यता से . .. संचालन किया । वर्तमान में भी राजस्थान , सरकार में गजटेड ऑफिसर हैं । सन् १९४८ : की अपनी वर्ष गांठ पर महाराजा ने आपको ..... "पुश्तैनी सोना' प्रदान की इज्जत वक्षी। सुपुत्र श्री हस्तीमलजी होनहार और बुद्धि मान युवक है आप विड़ला ब्रादर्स के बीकानेर डिवीजन के ऑरगेनाइजिंग सेक्रटरी के पद पर कार्य कर रहे हैं । आपके २ वर्षीय एक पुत्र और एक पुत्री है । *श्री मेघराजजी सम्पतलालजी कोचर, बीकानेर ।
बीकानेर निवासी सेठ शिववक्षजी एक प्रतिष्ठित श्रीमंत हैं । आप ही की व्यापारिक प्रतिभा से इस परिवार ने काफी यश प्राप्त किया। सं. १९८४ में आपने कलकत्ते में उक्त फर्म की स्थापना की जोआज व्यवसायिक क्षेत्र में प्रमुख स्थान रखता है। आपके मेषरांसजी, सम्पतलालजी तथा ब्रतनलालजी नामक तीन पुत्र हैं।
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