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मध्यप्रदेश। यहांपर प्रतिमा खंडित बहुत पाई जाती हैं जिनमें ब्रह्मा, शिव और सूर्यकी प्रतिम मुख्य देखने योग्य हैं। यहांपर एक तालाब लक्ष्मण सागर नामसे प्रसिद्ध है। यहांके पान अच्छे होते हैं।
बीना (इटावा)। जिला सागर तहसील कुराईमें यह कसबा बीना जंक्शन (G. I. P. Ry.) से ३ मीलकी दूरीपर बीना-इटावा नामसे प्रसिद्ध है । यह कसबा दिन प्रतिदिन बढ़ता जाता है
और तिजारतकी बड़ी भारीमण्डी है। बीना जंक्शनसे झांसी-देहली,भोपाळ-इटारसी,गुनावारक दमोह-कटनी ये चार लैन जी. आय. पी. की जाती हैं। आबादी अनुमान २००० है जिसमें दिगम्बर जैनियोंकी संख्या ४९८है। उक्त आम्नायके गृह १२६ हैं और शिखरबन्द मन्दिरजी ४ हैं जिसमें दर्शनस्थान ८ हैं और १२५ धर्मशास्त्र हैं । एक धर्मशाला भी है । यहां एक अच्छी जैन पाठशाला हैं जिसका मकान चिरस्थाई है तथा कुछ प्रोब्य आमदनी भी है मान्दिरके पास हिन्दीकी ३ पाठशाळा और हैं ।
बोरगांव (मंजू)
-OCTजिला अकोला, तहसील अकोलामें यह ग्राम है। यहांपर एक चैत्यालय बहुत प्राचीन करीब ६००-७०० वर्षका है जिसके नजदीक ५०६० गजपर ५ प्रतिमाजी पाषाणकी मिली थी। इसी चैत्यालयका भौंहरामें एक प्रतिमानी श्रीनेमिनाथ स्वामीकी आति मनोज्ञ हैं। चैत्यालय कई जगहसे गिर पड़ा है जिसकी मरम्मत होना अति आवश्यक है पर वहांके लोगों में बिलकुल ज्ञान नहीं है इसलिये इस मन्दिरके • पूजन प्रक्षालका भी कुछ इन्तजाम नहीं होता है । यहांपर दिगम्बर जौनयोंके गृह १४ हैं तथा मनुष्यसंख्या ७७ है ।
श्रीअतिशय क्षेत्र भातुकली।
बाबजी महाराज यह दि. जैन अतिशय क्षेत्र जिला अमरावती, जी. आई. पी. रेलवेक अमरावती स्टेशनसे १० मीलपर है। बैल गाड़ीका रास्ता है । यह अतिशयक्षेत्र