________________
प्रथम अध्याय
द्वितीय अध्याय
तृतीय अध्याय
•
जैनकुमारसम्भव महाकाव्य का महाकाव्यत्व
चतुर्थ अध्याय
•
जैनकुमारसम्भवकार की जीवन-वृत्त, कृतियाँ तथा जैनकाव्य साहित्य की तत्कालीन परिस्थितियाँ एवं प्रेरणाएं
•
पंचम अध्याय
जैनकुमारसम्भव की कथा का मूल कथावस्तु तथा
उस पर प्रभाव
पात्रों का विवेचन
•
षष्ठ अध्याय
जैनकुमारसम्भव में रस, छन्द, अलङ्कार, गुण एवं दोष
अध्यायीकरण
सप्तम अध्याय
जैनकुमारसम्भव की कलापक्षीय समीक्षा
अष्टम अध्याय
श्री जयशेखरसूरि कृत जैनकुमारसम्भव एवं महाकवि कालिदासकृत कुमारसम्भव का तुलनात्मक अध्ययन
जैनकुमारसम्भव एक प्रेरणा श्रोत
नवम् अध्याय
परिशिष्ट एवं उपसंहार
पृ०- १-५७
पृ०- ५८-८२
पृ०- ८३-१००
पृ०- १०१-१२४
पृ०- १२५-१८४
पृ०- १८५-२११
पृ०- २१२-२६४
पृ०- २६५-२७१
पृ०- २७२-२८२