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श्रवणबेलगोल और दक्षिण के अन्य जैन-तीर्थ
यहा पर एक धर्मशाला और कुल दस मन्दिर तथा , अच्छी-अच्छी प्रतिमाए है । एक मदिर मे भौंहरा है । पहाड़ पर जाने को सीढिया लगी है। बीच मे सब मदिर पड़ते हैं। पहाड़ का चढाव सरल 'है। ऊपर बहुत बडा मूलनायक का मंदिर है। उसमे श्री आदिनाथ की प्राचीन प्रतिमा विराजमान है। देशभूषण और कुलभूषण मुनि यहा से मोक्ष को पधारे है । उन्हीकी चरण-पादुकाए है ।